नई दिल्ली: कोरोना ने चीन की हालत काफी खराब कर दी है। चिंता की बात यह है कि अब अमेरिका और जापान में भी वायरस तेजी से पैर पसार रहा है। इन देशों में कोविड 19 के केस बढ़ने का कारण ओमिक्रॉन का सब वेरिएंट Bf.7 है। इस वेरिएंट की संक्रामक क्षमता काफी अधिक है, जिससे वायरस का प्रसार तेजी से हो रहा है। इस वेरिएंट से अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लग रही है जिस वजह से मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। अब चिंता की बात यह है कि अब अमेरिका और जापान में भी ओमिक्रॉन का सब वेरिएंट Bf.7 तेजी से पैर पसार रहा है। इस वेरिएंट की संक्रामक क्षमता काफी अधिक है, जिससे वायरस का प्रसार तेजी से हो रहा है।
चीन में कोविड से संक्रमित होने वालों में बुजुर्ग और कोमोरबिडिटी (दूसरी गंभीर बीमारी से पीड़ित) वाले लोगों की संख्या काफी अधिक है। मौतें भी इन्हीं की ज्यादा हो रही है। भारत में जब कोविड की तीसरी लहर आई थी तो उस दौरान यहां भी बुजुर्ग लोग ही वायरस का शिकार ज्यादा हो रहे थे। फिलहाल भारत में भी ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट bf.7 के केस आए हैं, हालांकि यहां कई महीनों से ये वेरिएंट मौजूद है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि इसमें म्यूटेशन होने का खतरा हो सकता है। ऐसे में बुजुर्ग और कोमोरबिडिटी वालों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। इनके लिए जरूरी है कि बिना मास्क लगाए बाहर न जाएं। भीड़ वाले इलाकों में जानें से बचें और अगर बुखार या फ्लू के लक्षण दो दिन से ज्यादा समय तक बने हुए हैं, तो कोविड जांच भी करा लें।