नई दिल्ली: भारत के पड़ोसी देश नेपाल में शुक्रवार (03 नवंबर) को देर रात आए भूकंप से भारी तबाही मच गई है। इसकी वजह से अब तक 154 लोगों की मौत हो गई। वहीं हजारों लोग घायल बताए जा रहे हैं। भूकंप की तीव्रता 6.4 बताई जा रही है। नेपाल के अलावा भारत के कई राज्यों में भी महसूस किए गए। बिहार, यूपी, दिल्ली और उसके आसपास नोएडा में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। जिसके बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।
देर रात सोते समय आया भूकंप
रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार आधी रात से ठीक पहले उत्तर-पश्चिमी नेपाल के जिलों में जजरकोट के रामीडांडा में जोरदार भूकंप आने से 154 लोग की मौत गई। नेपाल की राजधानी काठमांडू से इसकी दूरी 519 किलोमीटर है। ये झटके रात करीब 11.47 बजे महसूस किए गए।
नेपाल के पीएम ने ट्वीट कर दी जानकारी
नेपाल के पीएमओ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने कहा कि भूकंप से हुई मानवीय और भौतिक क्षति पर गहरा दुख व्यक्त किया है और सभी 3 सुरक्षा एजेंसियों को तत्काल बचाव और राहत के लिए तैनात किया है। बता दें कि नेपाल में भूकंप एक महीने में तीसरी बार आया है। जो आम लोगों के लिए खतरे की घंटी है।
क्यों नेपाल में बार-बार आता है भूकंप ?
नेपाल पहाड़ियों और पठारी क्षेत्रों से घिरा हुआ है, जिसकी वजह से टेक्टोनिक प्लेट्स में बराबर हलचल होती रहती है। धरती का दूसरा लेयर टेक्टोनिक प्लेट से बना है जो खिसकता रहता है। शुक्रवार रात को भी जजरकोट के जिस इलाके में नेपाल में भूकंप आया है वह पहाड़ी क्षेत्र है। सूत्रों ने बताया है कि करीब एक लाख 90 हजार की आबादी वाले इस क्षेत्र में पहले भी भूकंप की वजह से झटके महसूस किए जाते रहे हैं। इस बार इसकी तीव्रता अधिक होने की वजह से जान माल का काफ़ी नुकसान हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया मदद का भरोसा
नेपाल में आए त्रासदी को लेकर पीएम मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट कर मृतकों के लिए शोक संतप व्यक्त किया। वहीं, घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की। पीएम मोदी ने नेपाल को भारत की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिया है।