Kolkata News : 19 ब्रिज और फ्लाईओवर की मरम्मत करायेगा KMDA | Sanmarg

Kolkata News : 19 ब्रिज और फ्लाईओवर की मरम्मत करायेगा KMDA

कोलकाता : महानगर व आसपास क्षेत्रों के 19 अहम ब्रिज और फ्लाईओवर की मरम्मत की जायेगी। केएमडीए ने इसकी तालिका बनायी है। ये सभी ब्रिज ही बेहद अहम है, यहां से रोजाना भारी संख्या में वाहन गुजरते हैं। इन 19 में से कईयों की उम्र भी काफी ज्यादा हो चुकी है। वहीं कईयों का रूटीन हेल्थ चेकअप भी होगा। केएमडीए अधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जिन 19 ब्रिज व फ्लाईओवर की मरम्मत होगी उनमें मुख्य रूप से शामिल हैं कालीघाट ब्रिज, जिवनानंद सेतु, दुर्गापुर ब्रिज, बिजेन सेतू, अंबेडकर ब्रिज, उल्टाडांगा फ्लाईओवर, अरविंद सेतू, दहीघाट ब्रिज, बाघाजतीन फ्लाईओवर, धनधान्य सेतू, सियालदह फ्लाईओवर। इनमें से कई ब्रिज काफी पुराना है। जैसे अरविंद सेतू की उम्र 50 से अधिक है। अरविंद सेतु से रोजाना ही भारी संख्या में वाहन गुजरते हैं। ब्रिज के कई हिस्सों में पहले भी कई दरारें देखी गयी थी। दूसरी ओर चित्तपुर ब्रिज को हेल्थ एक्सपर्ट ने पहले ही काफी कमजोर बताया है तथा इसे तोड़ने की सलाह दी है। सूत्रों के मुताबिक दुर्गापूजा के बाद काम शुरू हो सकता है। इधर, सियालदह फ्लाईओवर का सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है।

क्या – क्या होंगे काम : एक वरिष्ठ अधिकारी ने सन्मार्ग को बताया कि इन प्रमुख ब्रिज व फ्लाईओवर के लिए कहीं मरम्मत तो कहीं रेट्रोफिटिंग की जायेगी। यह देखा जायेगा कि कौन से ब्रिज पर कितनी वजह वहन क्षमता है या नहीं। कहा अत्याधुनिक तकनीक के इस्तेमाल होंगे। वहीं कई ब्रिज पर सामान्य काम भी होगा। पहले लोड टेस्टिंग भी की जायेगी। अधिकारी ने कहा कि अगर एक ही रूट में कई ब्रिज या फ्लाईओवर आते हैं तो एक के बाद एक काम होगा ताकि ट्रैफिक की गति पर कोई असर नहीं पड़े।

सियालदह की स्थिति चिंताजनक: हेल्थ एक्सपर्ट ने सियालदह फ्लाईओवर की मरम्मत की सलाह दी है। उसके लिए केएमडीए केएमसी की मदद से सर्वे का काम पूरा कर लिया है। बड़ी समस्या वहां के हॉकर व दुकानदारों को लेकर है। ऐसे में यह प्लानिंग की जा रही है कि एक साथ नहीं बल्कि चरणबद्ध तरीके से हॉकरों को शिफ्ट करके काम किया जाये। इसके लिए केएमसी की भूमिका अहम होगी। हालांकि हॉकरों ने पूरी सहयोग की बात कही है। वे चाहते हैं कि पूजा के बाद ही काम हो।

ब्रिज के कमजोर होने में कई अहम कारण

ब्रिज के कमजोर होने में वैसे तो कई कारण होते हैं मगर उनमें से एक अहम है लोड। दरअसल, जब ब्रिज का निर्माण हुआ था उस समय वहां से कितने वाहन गुजरते थे और समय के साथ उसी ब्रिज पर वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ती गयी। ऐसे में ब्रिज के कमजोर में होने के मुख्य कारणों में से यह एक अहम कारण एक्सपर्ट्स मानते हैं। दूसरा कारण रखरखाव भी है। ब्रिज की बढ़ती उम्र के साथ अगर रखरखाव ठीक से नहीं की जाये तो ब्रिज को कमजोर हाेती चली जाती है।

 

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