नई दिल्ली: चर्चाओं और विवादों से घिरी मंडी सांसद कंगना रणौत ने हाल ही में एक विवादित बयान दिया है, जिसके बाद कांग्रेस ने उनकी आलोचना की है और भाजपा ने उनके बयान से दूरी बना ली है। भाजपा ने कंगना के बयान को उनके व्यक्तिगत विचार के रूप में पेश किया और पार्टी की नीति से इसका कोई संबंध नहीं बताया।
क्या है पूरा मामला?
कंगना रणौत, जो हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से भाजपा की सांसद हैं। कंगना ने एक इंटरव्यू में कहा कि “अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता, तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता।” इस बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है और कांग्रेस ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। आपको बता दें कि कांग्रेस ने कंगना के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की मांग की है।
हिमाचल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष संजय अवस्थी ने कंगना के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि, “राजनीति की जटिलताओं को समझने में कंगना को अभी समय लगेगा। फिल्मों की स्क्रिप्ट के अनुसार काम करने वाली कंगना को अब राजनीति की वास्तविकता का सामना करना होगा। सांसद बनने के बाद कंगना को संवैधानिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए सोच-समझकर बयान देने चाहिए।