चेहरे पर लगने वाला थप्पड़ भी आपको बना सकता है सुंदर

कोलकाता : हर कोई चाहता है कि उसकी स्किन सॉफ्ट और ग्लोइंग बनें। इसके लिए लोग बहुत सारे महंगे प्रोडक्ड्स और ब्यूटी ट्रीटमेंट्स करवाते हैं। आजकल देश-विदेश में एक थेरिपी काफी ट्रेंड में हैं जिसको स्लैप थेरेपी कहते हैं। इस थेरेपी में चेहरे पर हल्के हाथों से थप्पड़ मारे जाते हैं। आइए जानते हैं कि ये थेरेपी क्या है और इसको करने से कौन-कौन से फायदे मिलते हैं।
स्लैप थेरिपी क्या है
स्लैप थेरिपी को हिंदी में थप्पड़ चिकित्सा भी कहते हैं। इसमें हल्के हाथों से चेहरे पर थप्पड़ मारा जाता है। थप्पड़ मारने के कारण चेहरे में ब्लड सर्कुलेशन सही से हो पाता है। इस थेरेपी को ज्यादातर महिलाएं करती हैं।
स्लैप थेरेपी के फायदे
स्लैप थेरेपी करने से स्किन मुलायम होती है। इसके अलावा जिन लोगों को झुर्रियों की समस्या है उन्हें भी इस थेरेपी को जरूर करना चाहिए। हल्के हाथों से थप्पड़ मारने के कारण के चेहरे की मांसपेशियां एक्टिव हो जाती हैं जिसके कारण ब्लड सर्कुलेशन सही से हो पाता है। ये थेरेपी चेहरे को ग्लोइंग बनाती है। इसके अलावा हल्के हाथ से थप्पड़ मारने से आपको पिंपल्स आदि से भी छुटकारा मिलता है।
इस तरह से करें स्लैप थेरिपी
इस थेरिपी में आपको प्रेशर के बारे में हमेशा ही सावधानी बरतनी होगी। बहुत हल्के हाथों से चेहरे पर 50 थप्पड़ मारें। इस बात का भी ध्यान रखें कि जिन लोगों की स्किन सेंसिटिव है वो इसे करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। आप चाहे तो इसे खुद घर पर कर सकते हैं या फिर सलून या स्पा जाकर भी करवा सकते हैं। इस थेरेपी को करने से पहले चेहरे को सादे पानी से साफ कर लें। उसके बाद हल्के हाथों से चेहरे पर थप्पड़ मारें।
यहां से शुरू हुई थी थेरेपी
इस थेरेपी की शुरुआत सबसे पहले साउथ कोरिया से हुई थी। अब यह थेरेपी धीरे-धीरे बहुत पॉपुलर हो गई है क्योंकि यह स्किन को सॉफ्ट बनाने और पिंपल्स से छुटकारा दिलाने में मदद करती है।

 

शेयर करें

मुख्य समाचार

Weather Update: बंगाल में भीषण गर्मी के बीच आज 3 जिलों में बदलेगा मौसम, कहां-कहां होगी बारिश ?

कोलकाता: बंगाल में लोगों को लू और गर्म हवा का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग की मानें तो गर्मी की लहर अभी कम आगे पढ़ें »

करया के निर्माणाधीन मकान में लगी आग

कोलकाता : करया थानांतर्गत दिलखुशा स्ट्रीट स्थित एक निर्माणाधीन मकान में आग लग गयी। मौके पर पहुंचे दमकल के दो इंजनों ने आग पर काबू आगे पढ़ें »

ऊपर