
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : जीजेएम द्वारा जीटीए समझौते से समर्थन वापस लेने के बाद पहाड़ की राजनीति एक बार फिर गरमा गयी है। वहीं पृथक गोरखालैंड के मुद्दे पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने स्पष्ट तौर पर कहा कि भाजपा बंगाल का विभाजन नहीं चाहती है। उन्होंने तृणमूल के आरोपों को भी खारिज कर दिया कि गोेरखालैंड की आग को भाजपा हवा दे रही है। दिलीप घोष ने कहा, ‘भाजपा ने कभी पृथक राज्य की मांग नहीं की और ना ही पृथक राज्य की मांग को बढ़ावा दिया। कोई पृथक राज्य नहीं बनेगा। बंगाल एक है और हमेशा एक ही रहेगा।’ इधर, विश्व भारती विश्वविद्यालय के वीसी द्वारा नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन पर यूनिवर्सिटी की जमीन हड़पने के आरोपों और टीएमसी द्वारा नोबेल पुरस्कार विजेता का समर्थन करने पर दिलीप घोष ने तंज कसते हुए कहा कि चोर-चोर मौसेरे भाई होते हैं।