कोलकाताः विश्व डायबिटीज डे एक वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में डायबिटीज के बारे में जागरूकता बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है और स्थिति की बेहतर रोकथाम, निदान और मैनेज के लिए सामूहिक और व्यक्तिगत रूप से क्या करने की जरूरत है। वर्तमान में दुनिया भर में लगभग 500 मिलियन लोग डायबिटीज के साथ जी रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने लोगों को डायबिटीज और इसके बढ़ते प्रभावों के प्रति जागरूक करने की पहल की और एक दिवस मनाया। वर्ल्ड डायबिटीज डे क्यों मनाया जाता है और इसकी जरूरत क्यों पड़ी यहां बताया गया है।
क्यों मनाया जाता है विश्व मधुमेह दिवस
- वर्ल्ड डायबिटीज डे अभियान का उद्देश्य पूरे वर्ष इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन वकालत के प्रयासों को बढ़ावा देने वाला एक मंच बनना है। यह वैश्विक स्वास्थ्य समस्या के रूप में डायबिटीज को बढ़ावा देने के लिए समन्वित कार्यों द्वारा लोगों के बीच तात्कालिकता पैदा करना चाहता है।
- ज्यादातर रोगी टाइप 2 डायबिटीज से प्रभावित होते हैं, और 2 में से 1 वयस्क का निदान नहीं किया जाता है।
- लो और मध्यम आय वर्ग के 4 में से 3 व्यक्ति इस बीमारी से अत्यधिक प्रभावित रहते हैं।
- लगभग 20 मिलियन नवजात शिशुओं को गर्भवती माताओं से हाइपरग्लाइकेमिया या हाई ब्लड शुगर होता है।
- डायबिटीज के दो-तिहाई रोगी शहरी क्षेत्र में रहते हैं, और उनमें से तीन-चौथाई कामकाजी उम्र के हैं।
- 136 मिलियन रोगी 65 वर्ष से अधिक आयु के हैं। 2019 में डायबिटीज के कारण 4.2 मिलियन लोगों की मृत्यु हुई।