बिहार : बिहार में वैकल्पिक राजनीति की बात करने वाले प्रशांत किशोर 2 अक्टूबर गांधी जयंती से बिहार में प्रदेशव्यापी जन सूरज पदयात्रा शुरू करने जा रहे हैं। इसकी शुरुआत पश्चिम चंपारण से होगी। ये पदयात्रा डेढ़ साल तक चलेगी। प्रशांत किशोर ने अपने जन सूरज अभियान सहित अन्य कई मुद्दों पर कहा कि उनकी राजनीतिक पार्टी जो काम कर रही उसे समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा ऐसे बहुत से लोग हैं जो कुछ नया चाहते हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा कि 2014-15 तक नीतीश कुमार के लिए लोग अपशब्दों का इस्तेमाल नहीं करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। लोग उनके लिए अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। 2015 के चुनाव से पहले जब मैं उनके लिए बहुत घूमता था, तो वे कहते थे कि इससे बुरा क्या हो सकता है कि वो हार जाए। वह कहते थे, ‘हमने इज्जत कमाई है, लोग मुझे गाली नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि नीतीश कुमार का वो दौर खत्म हो गया है। लोग कहेंगे लालू और नीतीश एक ही हैं। निचली नौकरशाही में भ्रष्टाचार और सुस्ती भरी हुई है। ऐसे अधिकारियों को सरकार का कोई भय नहीं है।
शराब कानून पूरी तरह असफल
प्रशांत किशोर ने कहा कि प्रदेश में शराब कानून पूरी तरह विफल हो गया है। कुछ पुलिसकर्मी शराब कानून को लागू करने या लागू न करने के नाम पर रंगदारी वसूलते हैं। युवा अपराधों में लिप्त होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि निचली अदालत के कुछ वकीलों से बात करने के बाद मुझे जो समझ में आया, वह यह है कि महिलाएं सबसे ज्यादा पीड़ित हैं। उनके पति, बेटे और भाइयों को शराब पीने के लिए जेल भेजा जा रहा है। शराब कानून ने कानून-व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है। ज्यादातर पुलिसवाले कानून को लागू करने या सरकार से तथ्यों को छिपाने में लगी हुई है।