धनतेरस, दिवाली, गोवर्धन पूजा और भैय्या दूज; जानतें हैं डेट व शुभ मुहूर्त के बारे में

कोलकाता: दिवाली का त्योहार भारत में पूरे 5 दिनों तक मनाया जाता है। इस पर्व की शुरुआत धनतेरस से होती है और यह भैय्या दूज के साथ समाप्त होता है। इस दौरान धनतेरस, दिवाली, गोवर्धन पूजा और भैय्या दूज आता है। आइए विस्तार से जानते हैं आने वाले इन त्योहारों की डेट और शुभ मुहूर्त के बारे में।

दीपावली के दिन मां लक्ष्मी एवं गणेश की पूजा की जाती है। गौरतलब है कि दीपावली का त्योहार केवल एक दिन नहीं, बल्कि पूरे पांच दिनों का होता है। धनतेरस से दीपावली प्रारंभ होती है और भैया दूज के साथ इसका समापन होता है।

जानें धनतेरस 2022 का डेट और शुभ मुहूर्त
धनतेरस का त्योहार कार्तिक मास के त्रयोदशी को मनाया जाता है। धनतेरस को धन त्रयोदशी के नाम से भी जानते हैं। इस दिन देवताओं के वैद्य भगवान धन्वंतरी की जयंती भी मनाई जाती है। इस दिन सोना, चांदी व अन्य वस्तुओं की खरीदारी करना लाभकारी माना गया है।

इस साल लोगों में भ्रम है कि धनतेरस का त्योहार 22 या 23 अक्टूबर को किस दिन मनाया जाएगा. ध्यातव्य है कि त्रयोदशी तिथि के प्रदोष काल में मां लक्ष्मी की पूजा करना लाभकारी माना गया है। इसलिए इस साल त्रयोदशी तिथि में प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त 22 अक्टूबर को प्राप्त हो रहा है। इसके कारण धनतेरस का पर्व 22 अक्टूबर को मनाया जाएगा।

कार्तिक मास की कृष्ण त्रयोदशी का प्रारंभ 22 अक्टूबर, शनिवार को सायंकाल 6 बजकर 2 मिनट से हो रहा है जो अगले दिन 23 अक्टूबर की सायंकाल 6 बजकर 3 मिनट तक रहेगा। 22 अक्टूबर को धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 7 बजकर 1 मिनट से शुरू होकर रात्रि 8 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी पूजन करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। धनतेरस के दिन त्रिपुष्कर योग अपराह्न 1 बजकर 50 मिनट से सायंकाल 6 बजकर 2 मिनट तक रहेगा।

नरक चतुर्दशी या काली चौदस कार्तिक मास के कृष्ण चतुर्दशी ति​थि को होता है। काली चौदस पश्चिम बंगाल में मनाते हैं। नरक चतुर्दशी को छोटी दीपावली भी कहते हैं। कार्तिकमास के कृष्ण चतुर्दशी को श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया था। इसलिए इस दिन नरक चतुर्दशी मनाते हैं। हालांकि इस साल काली चौदस की पूजा 23 अक्टूबर की रात को होगी, लेकिन नरक चतुर्दशी यानी छोटी दीपावली 24 अक्टूबर को दीपावली के साथ ही मनाई जाएगी।

जानें दीपावली 2022 की डेट और शुभ मुहूर्त

हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को दीपावली का त्योहार मनाया जाता है। हिंदू धर्म में दीपावली को सुख-समृद्धि प्रदान करने वाला पर्व मानते हैं। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी अपने भक्तों पर विशेष कृपा करती हैं और उन्हें धन-धान्य का आशीर्वाद प्रदान करती हैं। ऐसा माना जाता है कि दीपावली के दिन ही मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम लंकापति रावण पर विजय प्राप्त करके अयोध्या लौटे थे। 14 वर्ष का वनवास पूरा कर भगवान राम के अयोध्या लौटने की खुशी में लोगों ने पूरे अयोध्या को दीयों से सजाया था। तभी से पूरे देश में दीपावली मनाई जाती है।
साल 2022 कार्तिक मास की अमावस्या तिथि 24 और 25 अक्टूबर दोनों दिन पड़ रही है. लेकिन 25 अक्टूबर को अमावस्या तिथि प्रदोष काल से पहले ही समाप्त हो रही है। वहीं 24 अक्टूबर को प्रदोष काल में अमावस्या तिथि होगी। इसलिए इस साल 24 अक्टूबर को ही पूरे देश में दीपावली का पर्व मनाया जाएगा।
जानें गोवर्धन पूजा 2022 का डेट और शुभ मुहूर्त
दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा या अन्नकूट का त्योहार मनाया जाता है। इस साल गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर को मनाया जायेगा। क्योंकि दीपावली के अगले दिन 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण है। इसलिए गोवर्धन पूजा एक दिन बाद मनाया जाएगा। कथा है कि इंद्रदेव के घमंड को चूर करने और गोकुल के लोगों की रक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी अंगुली पर उठा लिया था। उसके बाद से ही गोवर्धन की पूजा की जाने लगी। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को अन्नकूट का भोग लगाते हैं।
जानें भाई दूज 2022 का डेट और शुभ मुहूर्त
भाई दूज का त्योहार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाते हैं। इसे यम द्वितीया भी कहते हैं। क्योंकि इस दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर भोजन करने गए थे। तब उन्होंने यमुना को वरदान दिया था कि इस दिन जो भी भाई अपनी बहन के घर जाएगा, उसे मृत्यु का भय नहीं सताएगा। इस साल भैया दूज 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा के ही दिन मनाया जाएगा।
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