सुकांत ने बढ़ाया कार्यकर्ताओं का हौसला
कोलकाता : बुधवार को साइंस सिटी ऑडिटोरियम में हुई मेगा बैठक में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने जहां खरी-खरी सुनायी तो वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया। बैठक में शुभेंदु अधिकारी के बयान से बवाल मच गया।
फिर दी सफाई, कहा यह : अपने बयान के बाद शुभेंदु अधिकारी ने फिर सफाई भी दी। उन्होंने संवाददाता सम्मेलन के बाद एक्स हैंडल पर पोस्ट किया, ‘मेरे बयान का गलत मतलब निकाला जा रहा है। मैं स्पष्ट हूं कि जो राष्ट्रवादी हैं, इस राष्ट्र और बंगाल के लिए खड़े हैं, हमें उनके साथ रहना चाहिए। जो लोग हमारे साथ खड़े नहीं होते, राष्ट्र और बंगाल के हित के खिलाफ काम करते हैं, हमें उन्हें बेनकाब करने की जरूरत है। साथ ही, ममता बनर्जी की तरह, हमें लोगों को बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक में विभाजित नहीं करना चाहिए और उन्हें भारतीय के रूप में देखना चाहिए।
मैं प्रधानमंत्री के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के आह्वान को अक्षरश: साकार करता हूं।’ संवाददाता सम्मेलन में शुभेंदु ने कहा कि 2021 के चुनाव में 100 में से 91 अल्पसंख्यकों ने टीएमसी को वोट दिया था और इस बार 95 अल्पसंख्यकों ने वोट दिया है। इससे प्रधानमंत्री के सबका साथ नारे का संपर्क नहीं है।
क्या दिल्ली से आया था फोन ?: पार्टी सूत्रों के अनुसार, सबका साथ वाले बयान के बाद ही दिल्ली से शुभेंदु अधिकारी के पास फोन आया। सूत्र बताते हैं कि शुभेंदु से कहा गया कि इस तरह से राष्ट्रीय नीति पर उन्हें बंगाल की कार्यकारिणी में नहीं कहना चाहिये था।
शुभेंदु को इस मुद्दे पर संवाददाता सम्मेलन करने को भी कहा गया जिसके बाद संवाददाता सम्मेलन कर उन्होंने अपने बयान का स्पष्टीकरण दिया।
बंगाल की राजनीति में हम प्रासंगिक : सुकांत : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने इस दौरान कहा कि भाजपा को भले ही लोकसभा चुनाव में 12 सीटें मिली, लेकिन अब भी हम बंगाल की राजनीति में प्रासंगिक हैं। यह लोकसभा चुनाव हमारे लिये ठहराव हो सकता है, लेकिन यह हमारी मंजिल नहीं है।
हमारी मंजिल नवान्न में भगवा फहराना है। भाजपा पुराने और नये लोगों को साथ लेकर चलती है। भाजपा गंगा की तरह है, जो भी आता है सब साथ मिलकर काम करते हैं। वहीं शुभेंदु अधिकारी के संगठन वाले बयान पर सुकांत ने कहा कि चुनाव में संगठन का काम केवल 25% का होता है।
इस बयान पर मचा बवाल
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने पार्टी की वर्द्धित कार्यकारिणी की बैठक काे संबोधित करते हुए ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा बंगाल के लिये बंद करने और संगठन में बड़े स्तर पर परिवर्तन का प्रस्ताव भी दिया। शुभेंदु ने कहा, ‘मैंने भी राष्ट्रवादी मुस्लिम कहा था। आप लोगों ने सबका साथ, सबका विकास कहा था। अब और नहीं कहूंगा।’ नो नीड (नहीं चाहिये), अल्पसंख्यक मोर्चा।’
मुकुल की तरह नहीं, सब छोड़कर आया भाजपा में : शुभेंदु
शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि मैं मुकुल राय की तरह भाजपा में नहीं आया। मुकुल राय तृणमूल में सब गंवाने के बाद आये थे और मैं सब कुछ छोड़कर भाजपा में आया। 2026 तक मुझे यहां वोट देने भी नहीं दिया जायेगा क्योंकि मैं हिन्दू हूं। पुलिस केवल मूकदर्शक बनी रहेगी। लोकसभा चुनावों के समय मैंने कई ‘ड्राई जोन’ का दौरा किया था, सौकत मोल्ला द्वारा हिन्दुओं को वोट देने नहीं दिया गया। भाजपा और मैं सत्ता में आने की जल्दबाजी में नहीं हूं। हमें लोकतंत्र के अलावा कुछ नहीं चाहिये। जल्द ही बंगाल भारत का हिस्सा नहीं रहेगा। हिन्दू नहीं जागे तो बंगाल उनके हाथों से चला जायेगा।