कोलकाता : कल यानी 19 अगस्त 2023 को हरियाली तीज व्रत है। यह व्रत को सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है, क्योंकि इस दिन बिना अन्न-जल ग्रहण किए पूरे दिन निर्जाला व्रत रखा जाता है और शाम के समय पूजा की जाती है। हरियाली तीज व्रत में मां गौरा पार्वती और भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा की जाती है। यह व्रत सुहागिन महिलाओं द्वारा पति की लंबी उम्र और सुखी जीवन की कामना के लिए रखा जाता है। इस व्रत को करने से वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है, लेकिन धार्मिक शास्त्रों में हरियाली तीज व्रत को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना जरूरी होता है। चलिए जानते हैं हरियाली तीज व्रत के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं…
अन्न-जल के ग्रहण से बचें
हरियाली तीज का व्रत निर्जला होता है। फल व पानी का भी सेवन नहीं किया जाता है। वहीं व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद होता है। ऐसे में इस दिन गलती से भी अन्न जल ग्रहण नहीं करना चाहिए।
क्रोध करने से बचें
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हरियाली तीज का व्रत करते समय महिलाओं को क्रोध व गुस्से काबू रखना चाहिए। इस दिन गुस्सा करने से व्रत खंडित हो जाता है और उसका फल नहीं मिल पाता।
बीच में न छोड़ें व्रत
यदि कोई महिला हरियाली तीज का व्रत शुरू कर रही है, तो उसे बीच में व्रत नहीं छोड़ना चाहिए। हर साल ये व्रत पूरे विधि-विधान से करना चाहिए। ऐसा नहीं कि किसी साल ये व्रत किसी कारण से खंडित हो गया तो अगले साल फिर से शुरू कर सकते हैं।
हरियाली तीज व्रत में क्या करें ?
- हरियाली तीज के दिन निर्जला व्रत रहें।
- इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करें और हाथों में हरे रंग की चूड़ियां पहनें।
- इस दिन मेहंदी लगाने का बड़ा ही महत्व है।
- इस अवसर पर महिलाएं झूला झूलती हैं और सावन के गीत गाती हैं।
- रात भर जागकर भगवान शिव व माता पार्वती का पूजन व भजन करें।