कोलकाता : अम्हर्स्ट स्ट्रीट थाने के अंदर मृत व्यक्ति के शरीर में चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं। अशोक की मौत स्वाभाविक थी। वह पहले से ही ब्रेन ट्यूमर जैसी बीमारी से ग्रस्त था। गुरुवार की शाम मृतक के शव के पोस्टमॉर्टम की प्राथमिक रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आए हैं। डॉक्टरों का मानना है कि अशोक सिंह के ब्रेन में ट्यूमर मिला है। उसकी मस्तिष्क की धमनी फट गई और मस्तिष्क के अंदर भारी रक्तस्राव (इंटरक्रानियल हेमरेज) हो गया, जिससे उसकी मौत हो गयी। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अशोक सिंह पहले से ही इस बीमारी से पीड़ित थे। ब्रेन में गुब्बारे जैसी आकृति बन गई जो अचानक फट गयी थी। उसके सिर में ब्रेन ट्यूमर भी पाया गया। बायोप्सी के लिए उनका सैंपल रखा गया है। मृतक के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं हैं। अशोक की त्वचा और नाखूनों पर काले धब्बे पाए गए।
रिपोर्ट में डॉक्टरों ने बताया ब्रेन कैंसर
डॉक्टर के प्रारंभिक विचार के अनुसार अशोक संभवत: ब्रेन कैंसर से पीड़ित था और उसका इलाज किया जा रहा था। बायोप्सी के लिए त्वचा को भी संरक्षित किया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि यह स्वाभाविक मौत है। मस्तिष्क के अंदर की धमनी कभी-कभी किसी शारीरिक कारण से गुब्बारे की तरह फूल जाती है – इसे ‘एन्यूरिज्म’ कहा जाता है। इसके अचानक फटने से रक्तस्राव होता है। उसे ‘रप्चर ऑफ एन्यूरिज्म’ कहा जाता है। ऑटोप्सी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अशोक सिंह के साथ भी ऐसा ही हुआ था। शव परीक्षण की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, व्यक्ति अल्सर से भी पीड़ित था। पुलिस मॉर्ग में अशोक सिंह के पोस्टमार्टम के लिए एक विशेष मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया था। कलकत्ता मेडिकल कॉलेज के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रमुख चंदन बनर्जी के निर्देशन में पोस्टमार्टम किया गया। पूरी पोस्टमार्टम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गई।