सिउड़ी : सिउड़ी के सहकारी बैंक में मिले 177 बैंक खातों को लेकर सनसनी फैल गयी है क्योंकि इन खतों से लाखों के लेन देन हुए है। हैरान करने वाली बात यह है कि यह खाते जिनके नाम पर है उन्हें खुद इसकी जानकारी नहीं है। इनमें कोई किसान है तो कोई तीन साल पहले मर चुका है। इस घटना की जांच करते हुए जब उन ग्रहकों से पूछताछ की गई तो पता चला कि उन ग्रहकों को इसकी जानकारी नहीं है। यहां तक कि सीबीआई का भी अनुमान है कि उन खातों के दस्तावेजों पर लिखावट एक ही व्यक्ति द्वारा लिखी गई प्रतीत होती है। सूत्रों के मुताबिक इसे बेहतर तरीके से समझने के लिए हैंडराइटिंग एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है। सीबीआई का दावा है कि इन खातों के जरिए 10 करोड़ से ज्यादा की ब्लैक मनी लॉन्ड्रिंग की गई है। 160 खातों में से केवल 54 खातों में 4 करोड़ रुपये के लेन-देन का पता चला है। जांच एजेंसी के मुताबिक, ज्यादातर खाताधारक पेशे से किसान हैं। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक गरीब लोगों से कम कीमत पर नकद में चावल खरीद कर खाद्य विभाग को भेजा जाता था। बिक्री मूल्य के रूप में प्राप्त चेक इन बेनामी खातों में जमा किए जाते हैं। सीबीआई के समन पर बैंक मैनेजर निजाम पैलेस में पेश हुए हैं।