कहीं आपको भी तो नहीं हो रही आंखों से जुड़ी ये परेशानी, हो सकता है Adenovirus !

कोलकाता : महानगर में इन दिनों वायरल संक्रमण की वजह से कंजेक्टिवाइटिस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसकी वजह एडिनो वायरस का नया स्ट्रेन बताया जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि एडिनो वायरस के नए स्ट्रेन की वजह से बच्चों के साथ ही व्यस्क व्यक्तियों में भी कंजेक्टिवाइटिस हो रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि कंजेक्टिवाइटिस के मामले औसत से ज्यादा बढ़ रहे हैं और यह बीमारी खतरनाक रूप लेती जा रही है। वूडलैंड हॉस्टिपल के नेत्र विशेषज्ञ डॉ. वेदांग शाह ने बताया कि एडिनो वायरस के नए स्ट्रेन की वजह से कंजेक्टिवाइटिस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते एक सप्ताह में कंजेक्टिवाइटिस के मामले 30 से 40 प्रतिशत बढ़े हैं। कंजेक्टिवाइटिस बच्चों और व्यस्क दोनों को प्रभावित कर रहा है। एडिनो के नए स्ट्रेन की वजह से कंजेक्टिवाइटिस के साथ ही बच्चे वायरल फीवर से भी ग्रसित हो रहे हैं। उन्हें सर्दी जुकाम की भी शिकायत हो रही है। आमरी हॉस्पिटल के डॉ. सायन चक्रवर्ती ने कहा कि कंजेक्टिवाइटिस के शिकार बच्चों में एडिनो वायरस मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से कंजेक्टिवाइटिश के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कंजेक्टिवाइटिश से ग्रसित लोगों के आंखों में जलन के साथ ही आंख में किचड़ भरने से उन्हें ज्यादा परेशानी हो रही है।

वायरल कंजक्टिवाइटिस : इसके अधिकतर मामले एडेनोवायरस के कारण होते हैं। इसके अलावा हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस, वैरिसेला जोस्टर वायरस और अन्य वायरस जिसमें कोरोना वायरस भी सम्मिलित है, इसका कारण बन सकते है। वायरल कंजक्टिवाइटिस अक्सर एक आंख में होता है, कुछ दिनों में दूसरी आंख में भी फैल जाता है।

बैक्टीरियल कंजेक्टिवाइटिस : कुछ बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण भी कंजक्टिवाइटिस हो जाता है। वायरस और बैक्टीरिया दोनों से ही होने वाला कंजेक्टिवाइटिस संक्रामक होता है। संक्रमित व्यक्ति की आंखों से निकलने वाले डिसचार्ज के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संपर्क में आने के द्वारा यह फैल सकता है। संक्रमण एक या दोनों आंखों में हो सकता है।

एलर्जिक कंजेक्टिवाइटिस : एलर्जी करने वाले पदार्थों जैसे परागकण आदि के संपर्क में आने पर एलर्जिक कंजेक्टिवाइटिस हो सकता है।

उपचार

  • वायरल कंजक्टिवाइटिस

वायरल कंजेक्टिवाइटिस के लिए कोई उपचार उपलब्ध नहीं है। 7-8 दिनों में इसके लक्षणों में अपने आप सुधार आ जाता है। वैसे वार्म कम्प्रेस (कपड़े को हल्के गर्म पानी में डुबोकर आंखों पर रखना) से लक्षणों में आराम मिलता है।

  • बैक्टीरियल कंजेक्टिवाइटिस

बैक्टीरिया के किसी भी संक्रमण के लिए एंटीबायोटिक्स सबसे सामान्य उपचार है। बैक्टीरियल कंजेक्टिवाइटिस में एंटीबायोटिक्स आई ड्रॉप्स और मरहम के इस्तेमाल से कुछ ही दिनों में आंखें सामान्य और स्वस्थ्य होने लगती हैं।

  • एलर्जिक कंजेक्टिवाइटिस

एलर्जिक कंजेक्टिवाइटिस में बाकी लक्षणों के साथ आंखों में सूजन भी आ जाती है। इसलिए इसके उपचार में एंटी हिस्टामिन आई ड्रॉप्स के साथ एंटी इन्फ्लैमेटरी आई ड्रॉप्स भी दी जाती हैं।

 

 

शेयर करें

मुख्य समाचार

Weather Update: बंगाल में भीषण गर्मी के बीच आज 3 जिलों में बदलेगा मौसम, कहां-कहां होगी बारिश ?

कोलकाता: बंगाल में लोगों को लू और गर्म हवा का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग की मानें तो गर्मी की लहर अभी कम आगे पढ़ें »

Panchayat 3 Release Date: खत्म हुआ लंबा इंतजार, इस तारीख को देखें फुलेरा गांव की कहानी

मुंबई : 'सचिव जी', 'प्रधान जी' और 'प्रहलाद जी' जैसे कई दिलचस्प किरदारों से सजी वेब सीरीज 'पंचायत 3' जबरदस्त सुर्खियों में बनी हुई है। आगे पढ़ें »

ऊपर