नई दिल्ली: देश में फिर कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ने लगा है। कोविड के नए सब-वेरिएंट JN.1 के देशभर में अब तक 21 मामले सामने आ चुके हैं। नए वैरिएंट के मामले में गोवा, केरल और महाराष्ट्र का नाम है। वहीं, गोवा में अब तक इस सब वैरिएंट के अकेले 19 संक्रमितों की पहचान हो चुकी है। केरल और महाराष्ट्र में एक-एक केस का पता चला है।
नये सब वैरिएंट पर वैज्ञानिकों की पैनी नजर
ओमिक्रॉन वैरिएंट का ही सब वैरिएंट JN.1 पिछले कुछ हफ्तों में सबसे तेजी से फैल रहा है। इस मामले में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने बुधवार(20 दिसंबर) को कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। पॉल ने कहा कि भारत में वैज्ञानिक नए वैरिएंट पर कड़ी नजर रख रहे हैं। हालांकि, वीके पॉल ने राज्यों को कोविड की तैयारी बढ़ाने, परीक्षण बढ़ाने और अपनी निगरानी प्रणालियों को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
केंद्र ने राज्यों को निगरानी बढ़ाने का दिया निर्देश
वहीं, केंद्र सरकार ने देश भर में कोविड के मामले बढ़ने के कारण राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट किया है। राज्यों को नियमित आधार पर सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में जिलेवार इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी और गंभीर तेज फैलने वाली सांस की बीमारी के मामलों की निगरानी करने और उनकी रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया है।
21 मई के बाद अब आए ज्यादा मामले
भारत में बीते दिन कोरोना संक्रमण के 614 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जो 21 मई के बाद से सबसे ज्यादा हैं। बुधवार को अपडेट किए गए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक एक्टिव केस बढ़कर 2,311 हो गए हैं। 24 घंटे के दौरान केरल में तीन लोगों की मौत हुई है, जिसके बाद देश में कोविड से मरने वालों की संख्या 5 लाख 33 हजार 321 हो गई है। अब तक भारत में कोरोना के 4.50 करोड़ केस सामने आ चुके हैं। कोरोना के नए सब वेरिएंट JN.1 के बारे में सामने आया है कि इसका सबसे पहला केस अगस्त में लक्जमबर्ग में पाया गया। इसके बाद यह धीरे-धीरे 36 से 40 देशों में फैल गया। WHO ने इसे वैरीअंट ऑफ इंटरेस्ट कहा है। कोविड के चलते बीते दो हफ्ते में देश के अंदर 16 मौते हुई हैं। हाल ही में 15 दिसंबर को बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमण से मृत्यु हुई थी। वह भी दूसरी कई बीमारियों से पीड़ित था। इस रोगी का सैंपल इकट्ठा कर जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है।