इमिग्रेशन काउंटरों में 119% का इजाफा : कोलकाता एयरपोर्ट ने डिर्पाचर और अराइवल दोनों समय, अंतरराष्ट्रीय विंग में यात्रा दस्तावेजों की छानबीन करने में लंबे समय से चली आ रही देरी की समस्या को हल करने के लिए इन काउंटरों की संख्या में 119% का विस्तार किया है। कोलकाता हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने पहले ही 50 अतिरिक्त इमिग्रेशन काउंटर जोड़ दिए हैं और वे अब पीसी और अन्य प्रणालियों की स्थापना का इंतजार कर रहे हैं, जिन पर देश से बाहर जाने या प्रवेश करने की मंजूरी देने से पहले इमिग्रेशन अधिकारियों द्वारा यात्रा दस्तावेजों का सत्यापन किया जाता है।
यात्रियों का आरोप
यात्रियों ने कहा कि आगमन पर सबसे गंभीर समस्या तब होती है जब कम समय में एक से अधिक अंतरराष्ट्रीय विमान आने पर बड़ी कतार लग जाती है। कभी-कभी, एक यात्री को इमिग्रेशन क्लियर करने में 30-40 मिनट तक का समय लग जाता है जिसके बाद बैगेज कलेक्शन कैरोसेल में एक और लंबा इंतजार करना पड़ता है।
नयी फैसिलिटी का लाभ उठा रहे हैं यात्री : डिजी यात्रा की शुरुआत के बाद से अब तक लगभग 14 लाख यात्रियों ने चेहरे की पहचान सुविधा का लाभ उठाया है। गुरुवार को 10,192 यात्रियों या 43% यात्रियों ने इस सुविधा का लाभ उठाया। हवाई अड्डे के अधिकारी ने कहा कि पहले 6 प्रवेश द्वारों के बजाय, अब घरेलू टर्मिनल में 16 प्रवेश लेन हैं। चार सुरक्षा पोर्टलों पर, अब चार के बजाय 12 कतार चैनल लगाए गये हैं। सुरक्षा जांच काउंटरों पर बैगेज एक्स-रे मशीनों की संख्या भी दिसंबर 2022 में 21 से 33% बढ़ाकर अब 28 कर दी गई है ताकि सुरक्षा जांच के बाद प्रतीक्षा समय को कम किया जा सके।
कनेक्टिंग उड़ानों के लिए अब नहीं करवानी पड़ती बार-बार चेकिंग : घरेलू विंग में एक नया सुरक्षा पोर्टल और सुरक्षा जांच क्षेत्रों के साथ घरेलू-से-घरेलू और अंतरराष्ट्रीय से घरेलू सुविधाओं को भी जोड़ा है। इसके कारण यात्रियों को बार-बार चेकिंग नहीं करवानी पड़ती। अतिरिक्त सुरक्षा जांच बिंदुओं पर निगरानी रखने के लिए सीआईएसएफ कर्मियों की संख्या भी 28% बढ़ा दी गई है।