वास्‍तु दोष का बड़ा कारण बन सकता है चकला-बेलन, जानिए इससे जुड़े बेहद जरूरी नियम

Fallback Image

कोलकाता : वास्‍तु शास्‍त्र में किचन की दिशा, उसमें रखी चीजों और उनके उपयोग के तरीके को बहुत महत्‍व दिया गया है। तकरीबन हर घर में रोटी बनाने के लिए रोजाना इस्‍तेमाल होने वाला चकला-बेलन इन महत्‍वपूर्ण चीजों में से एक है। वास्‍तु शास्‍त्र में चकला-बेलन खरीदने से लेकर उसे इस्‍तेमाल करने और उसके बाद उसे रखने के तरीके तक के बारे में कई जरूरी बातें बताई गईं हैं। ऐसा न करने से परिवार को आर्थिक हानि जैसे कई नुकसान उठाने पड़ सकते हैं।
चकला-बेलन से जुडे़ जरूरी नियम
– चकला-बेलन का उपयोग रोटी बनाने में होता है, जिससे मिली ऊर्जा से हमारा जीवन चलता है। लिहाजा इसे खरीदने का सही दिन चुनना जरूरी है। ज्‍योतिष और वास्‍तु के मुताबिक हो सके तो चकला-बेलन बुधवार के दिन खरीदें। ऐसा न हो पाए तो किसी अन्‍य दिन खरीद लें लेकिन मंगलवार-शनिवार को खरीदने की गलती न करें।
– चकला-बेलन को हमेशा साफ रखें। कई लोग रोटी बनाने के बाद चकला-बेलन को रोजाना साफ नहीं करते हैं। ऐसा करना पैसे और सेहत दोनों के लिए नकारात्‍मक होता है इससे पैसों की तंगी आती है।
– चकला-बेलन को इस्‍तेमाल करने के बाद धोकर साफ जगह पर रखें। लेकिन इसे ना तो उल्‍टा रखें और ना ही अनाज, आटे के डिब्‍बे पर रखें। ऐसा करने से घर में गरीबी आती है।
– कभी भी टूटा हुआ चकला-बेलन इस्‍तेमाल न करें।
– रोटी बेलते समय आवाज करने वाला चकला-बेलन भी इस्‍तेमाल न करें। इससे घर में झगड़े बढ़ते हैं।

Visited 255 times, 1 visit(s) today
शेयर करें

मुख्य समाचार

Weather Update: बंगाल में भीषण गर्मी के बीच आज 3 जिलों में बदलेगा मौसम, कहां-कहां होगी बारिश ?

कोलकाता: बंगाल में लोगों को लू और गर्म हवा का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग की मानें तो गर्मी की लहर अभी कम आगे पढ़ें »

गॉल-ब्लैडर की पथरी के हो सकते हैं विविध रूप, ऐसे पहचाने इसके लक्षण… 

कोलकाता : पित्त की थैली को अंग्रेजी में गॉल-ब्लैडर कहते हैं। थैली जैसा यह महत्त्वपूर्ण अंग पेट के ऊपरी दाएं भाग में जिगर के ठीक आगे पढ़ें »

ऊपर