बरसात में कैसे करें सौन्दर्य की देखभाल | Sanmarg

बरसात में कैसे करें सौन्दर्य की देखभाल

झुलसा देने वाली गर्मी के बाद बरसात का मौसम बड़ा ही खुशनुमा लगता है। तन-मन तरोताजा हो जाता है लेकिन इस खुशनुमा मौसम का भी सौन्दर्य और स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए बरसात में अपने सौंदर्य और अपने स्वास्थ्य के लिए अतिरिक्त देखभाल अवश्य करें। जिस तरह बाहर का वातावरण बारिश की वजह से गीला नजर आता है उसी तरह बरसात में सौंदर्य और स्वास्थ्य भी गीला और बेजान सा हो जाता है।
बरसात में त्वचा, केश और हाजमे के प्रति विशेष ध्यान देना चाहिए। अक्सर इस मौसम में पेट ठीक नहीं रहता। इससे चेहरे का आकर्षण खत्म हो जाता है। आंखों के नीचे काले धब्बे नजर आने लगते हैं। इसलिए बेहतर यही हो कि बरसात का आगमन होते ही अपने सौंदर्य रक्षा के प्रति जागरूक हो जाएं।
त्वचा की देखभाल
-बरसात में त्वचा की सफाई बहुत जरूरी है क्योंकि फोड़े-फुंसियां होने की संभावनाएं अधिक रहती है। सफाई न करने से त्वचा के रोमछिद्र मैल से बंद हो जाते हैं और त्वचा-रोग हो जाता है। गर्मी में पसीना निकलने से त्वचा की सफाई हो जाती है। प्रतिदिन स्नान करते वक्त त्वचा की सफाई अवश्य करनी चाहिए। सफाई के लिए उबटन का इस्तेमाल करें और भाप लें।
-बारिश के दिनों में पीली सरसों का उबटन उपयोग में लाएं। पीली सरसों को साफ करके हल्का भून लें, फिर स्नान करने से पूर्व उसे दूध के साथ पीस लें और पूरे शरीर पर उबटन लगाएं। यह उबटन रोमछिद्र को खोलकर त्वचा में निखार लाता है। बारिश में चेहरे हाथ व पैरों पर कच्चे दूध की मालिश करें या उससे त्वचा पोंछें। इससे त्वचा साफ व मुलायम हो जाती है।
-अगर आपको बारिश में भीगने का शौक है तो अवश्य भीगें लेकिन इसके बाद रूई के फाहे को एस्ट्रिन्जेंट में भिगोकर चेहरे पर फिरायें। आंखों के चारों तरफ न लगाएं। इससे चेहरे पर फोड़े-फुसियां नहीं होती। बरसात के मौसम में महीने में एक बार फेशियल करें तथा सप्ताह में एक बार फेसपैक लगाएं।
-बरसात में बहुत सी लड़कियों या महिलाओं के पैरों के तलुवे व एड़ियां बहुत काले और फटे-फटे से हो जाते हैं। इसलिए स्नान करते वक्त या रात को सोते समय पहले गर्म पानी और साबुन से पैरों की कड़ी त्वचा, दरारों को ब्रश की सहायता से रगड़कर साफ करें। उसके बाद एड़ियों पर आलिव आयल लगायें। इस मौसम में कोहनियां भी काली हो जाती हैं। इन्हें प्रतिदिन साबुन से साफ करें। नींबू के टुकड़े करके कोहनियों पर लगायें।
मेकअप कैसे करें
मेकअप करते समय माश्चराइजर का प्रयोग जरूर करें। फाउंडेशन न लगाएं। उसके बदले किसी अच्छी क्र ीम का इस्तेमाल करें। पाउडर हलका लगाएं। रूज लिपस्टिक और आंखों के मेकअप में कमी लाएं।
केशों की देखभाल
-बरसात में केशों को साफ करना आवश्यक है वरना मैल केशों को चिपचिपा बना देता है। केश रूखे लुजलुजे से हो जाते हैं। केशों को उचित शैम्पू से हफ्ते में एक या दो बार धोयें। चाहे तो धोने से पूर्व आलिव आयल से केशों की मालिश करें और फिर शैम्पू करें।
-बरसात के मौसम में कब्ज या पेचिश की शिकायत बढ़ जाती है। इससे सौंदर्य और स्वास्थ्य दोनों खराब होने का डर बना रहता है। कब्ज दूर करने के लिए चोकरयुक्त आटे की रोटी खायें, साग-सब्जियों की मात्रा दोगुनी कर दें। खीरा-ककड़ी, टमाटर, पालक, मूली आदि अवश्य खायें। संतुलित मात्रा में पानी पीयें। पेचिश में अधिक खाना नहीं खाना चाहिए। मिर्च-मसाले अधिक नहीं खाने चाहिए। ठोस आहार कम लें बल्कि ज्यादा फलों का रस लें। केवल नल का या उबला पानी पीएं।
त्वचा रोग
बरसात में त्वचा रोग जैसे एग्जिमा होने की अधिक संभावना रहती है। यह रोग कष्टकारी है और सौंदर्य खराब करने वाला है। इससे त्वचा लाल, कहीं सूखी या बहुत काली हो जाती है। खुजली व जलन बहुत बढ़ जाती है। इसके लिए पेट साफ रखें।
बरसात में इन चीजों का सेवन करें
कच्चा लहसुन, प्याज, नींबू अदरक, सोंठ, दही या छाछ, पुदीना, हरा धनिया आदि का सेवन करने से स्वास्थ्य एवं सौंदर्य में अधिक वृद्धि होती है।
बरसात में रंगों और आभूषण का चयन
इस मौसम में धानी आसमानी, मेंहदी रंग के वस्त्र और साड़ियां सुंदर लगते हैं। ऑक्सीडाइज वाले चांदी के आभूषण पहनें। अनिता कुशवाहा(उर्वशी)

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