
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कलकत्ता विश्वविद्यालय (सीयू) में नया एडमिशन कराने वाले स्टूडेंट्स से एंटी रैगिंग डिक्लेरेशन लिया जा रहा है। 4 वर्षीय बी. टेक, 5 वर्षीय बी.ए. एलएलबी समेत अन्य कोर्सेज में भर्ती के लिये यह एंटी रैगिंग डिक्लेरेशन लिया जा रहा है। इसके तहत एक फॉर्मेट दिया जा रहा है। इसमें स्टूडेंट्स का नाम, रोल नं., प्रोग्राम, विभाग, पता समेत अन्य विवरण देना होगा। इस डिक्लेरेशन फाॅर्म में कई निर्देश दिये गये हैं। कहा गया है कि स्टूडेंट को यह डिक्लेरेशन देना होगा कि अगर किसी स्टूडेंट के साथ रैगिंग की जाये तो फिर इसकी क्या सजा हो सकती है। अगर स्टूडेंट रैगिंग के किसी मामले में शामिल पाया गया तो फिर उसका एडमिशन रद्द किया जा सकता है। इसके अलावा क्लासेस अटेंड करने से सस्पेंड करने के साथ ही स्कॉलरशिप व अन्य सुविधाएं रोकी जा सकती हैं। किसी टेस्ट अथवा परीक्षा व अन्य किसी मूल्यांकन प्रक्रिया में बैठने पर भी स्टूडेंट को पाबंदी लगायी जा सकती है। परीक्षा या टेस्ट का रिजल्ट रोका जा सकता है। किसी कैंपस इंटरव्यू में संस्थान का प्रतिनिधित्व करने से भी स्टूडेंट को रोका जा सकता है। इसके अलावा किसी तरह के राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट, युवा अथवा त्योहार आदि में शामिल होने पर भी पाबंदी लगायी जा सकती है। रैगिंग में शामिल होने पर हॉस्टल से स्टूडेंट को सस्पेंड या फिर बहिष्कृत किया जा सकता है। संबंधित अधिकारियों द्वारा निर्णय लेकर कुछ समय के लिये संस्थान से रस्टीकेट भी किया जा सकता है। स्टूडेंट को संस्थान से बहिष्कृत करने के साथ ही दूसरे शिक्षण संस्थान में एडमिशन पर पाबंदी लगायी जा सकती है। डिक्लेरेशन फॉर्म में लिखा गया है कि स्टूडेंट रैगिंग को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के प्रति जागरूक है और रैगिंग में शामिल होने पर उस पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। इस डिक्लेरेशन फॉर्म में अभिभावकों के हस्ताक्षर भी लिये जा रहे हैं।