सामाजिक सहयोग बढ़ाता है रोगी में जीने की चाह

कैनेडियन विशेषज्ञों के अनुसार अगर किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक हुआ हो तो दवाई के साथ-साथ उसे जरूरत होती है अपने परिवार और सगे संबंधियों के सहयोग की जो उस व्यक्ति को निराशाजनक स्थिति से उबार सकें और उसमें जीने के प्रति चाह व लगाव पैदा कर सके। मेकगिल यूनिवर्सिटी मांट्रियल के प्रोफेसर के अनुसार अगर रोगी डिप्रेशन में हो तो सामाजिक सहयोग उसके जीवन जीने की चाह को बढ़ाने में मुख्य भूमिका अदा करता है। एक शोध में 887 व्यक्तियों का अध्ययन किया गया जिन्हें हार्ट अटैक हुआ था। उनमें से एक तिहाई लोगों में डिप्रेशन पाया गया। डिप्रेशनग्रस्त हृदय रोगी के लिए न केवल उसके परिवार का सहयोग बल्कि सगे संबधियों, दोस्तों आदि का संपर्क भी सहारा देता है जिससे उनका जीवन के प्रति लगाव बना रहता है।
शेयर करें

मुख्य समाचार

Weather Update: बंगाल में भीषण गर्मी के बीच आज 3 जिलों में बदलेगा मौसम, कहां-कहां होगी बारिश ?

कोलकाता: बंगाल में लोगों को लू और गर्म हवा का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग की मानें तो गर्मी की लहर अभी कम आगे पढ़ें »

UPSC 2025 Exam Calendar OUT: सिविल सर्विस परीक्षा का कैलेंडर जारी, यहां देखें पूरा शेड्यूल

नई दिल्ली: UPSC ने अगले साल यानी 2025 के लिए एग्जाम कैलेंडर जारी कर दिया है। जो उम्मीदवार सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं, आगे पढ़ें »

ऊपर