बेलगछिया ट्राम डिपो में बनेगी आरजी कर की एनेक्स बिल्डिंग…. | Sanmarg

बेलगछिया ट्राम डिपो में बनेगी आरजी कर की एनेक्स बिल्डिंग….

कोलकाता : आरजी कर की घटना को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर शनिवार को नवान्न में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। बैठक में राज्य के मुख्य सचिव बीपी गोपालिका, राज्य की गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती, मंत्री व मेयर फिरहाद हकीम, राज्य पुलिस डीजी राजीव कुमार, सीपी विनीत गोयल, स्वास्थ्य सचिव नारायणस्वरूप निगम और कई उच्च स्तरीय सरकारी अधिकारी उपस्थित थे। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार नवान्न बेलगछिया ट्राम डिपो में आरजी कर अस्पताल की एनेक्स बिल्डिंग के लिए जमीन देगा। इसके बाद ही मेयर फिरहाद हकीम ने बेलगछिया ट्राम डिपो का दौरा किया। वहीं एनेक्स बिल्डिंग के एक फ्लोर को पीड़िता की याद में बनाया जाएगा। साथ ही अन्य सरकारी अस्पतालों के हर प्रवेश और निकास द्वार पर सीसीटीवी बढ़ाए जाएंगे।

 
मेरी बेटी को भी जाना होता है नाइट ड्यूटी पर 
आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले में मेयर फिरहाद हकीम ने कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी भी एक डॉक्टर है, जिसे अक्सर नाइट ड्यूटी पर जाना पड़ता है। मुझे सिर्फ अपनी बेटी की ही नहीं बल्कि सभी लड़कियों की चिंता है, जो हुआ वह असहनीय है। मैं भी बहुत चिंतित हूं। इस घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। अस्पताल के अंदर इतने वीभत्स अपराध से आम जनता में असुरक्षा की भावना बढ़ गई है। फिरहाद ने कहा कि डॉक्टर हमारी जान बचाते हैं और उनके साथ इस तरह की घटना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि घटना में शामिल अभियुक्तों को सख्त कानून बनाकर कड़ी सजा दी जानी चाहिए। डॉक्टरों के प्रदर्शन के मुद्दे पर मेयर ने कहा कि निर्दोष मरीजों ने कोई अपराध नहीं किया है। डॉक्टर जीवन बचाने के लिए काम करते हैं। इसलिए वे लोगों की जान बचाने के लिए काम करेंगे। मुझे विश्वास है कि न्याय शीघ्र होगा।
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2 thoughts on “बेलगछिया ट्राम डिपो में बनेगी आरजी कर की एनेक्स बिल्डिंग….

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    ট্রাম চলাচল শুরু হোক–

    আদালতের নির্দেশে শহর থেকে ১৫বছরের পুরোনো বাস একের পর এক উঠে যেতে শুরু করেছে যার ফল অবিলম্বে দেখতে পাচ্ছে শহরবাসী,দিনের বেলায় অধিকাংশ রুটে বাসের অপ্রতুলতা, সন্ধ্যার পর বাস প্রায় উধাও হয়ে যায়, গুটিকয়েক বাস যদিওবা পাওয়া যায় বাদুড়ঝোলা হয়ে যাতায়াত করতে হয়। যাদের সামর্থ্য আছে তাঁরা ক্যাব/ এ্যাপ বাসে ওঠে, তবে শহরের অধিকাংশ মানুষকেই ভোগান্তির শিকার হতে হয়। অনেকসময় বারংবার অটো বদলে প্রচুর টাকা খরচ করে গন্তব্যে পৌঁছতে হয়, একটু বৃষ্টি হলে সেই অটোভাড়া ২-৩গুন লাফিয়ে বৃদ্ধি পায়।

    পরিবহনমন্ত্রীর বক্তব্য অনুযায়ী জানা যায় যে যেহেতু শহরে মেট্রো,এসি বাস, এ্যাপ ক্যাব এবং এ্যাপ বাস চলে তাই কারুর কোনো অসুবিধার হওয়ার কথা নয়।ওনার কাছে অটো/ক্যাব নাকি গনপরিবহন।
    মাননীয় পরিবহনমন্ত্রী তথা বর্তমান সরকারের কাছে কিছু প্রশ্ন রাখছি—
    ১) শহরের সব স্থানে কি মেট্রো চলে?
    ২) শহরের সব মানুষ কি বিত্তশালী যে প্রত্যহ কয়েকশত টাকা খরচ করে এ্যাপ ক্যাব বা এ্যাপ বাসে চড়ার সামর্থ্য রাখে?
    ৩) গনপরিবহনের অর্থ কি?
    ৪) কেন মানুষকে বারংবার অটো বদলে অতিরিক্ত খরচ করে চলতে হবে? অটোতে মিটার ব্যবস্থা না করে রুটে কেন চলবে?
    ৫) মধ্যবিত্ত এবং নিম্ন মধ্যবিত্তদের জন্য কি সরকারের কোনো দায়বদ্ধতা নেই? কিছু ব্যবসায়িক গোষ্ঠী এবং পুঁজিপতিদের স্বার্থ রক্ষার্থে কি পরিবহন দফতর কাজ করছে?

    এই অব্যবস্থাপনার নিরসন কিছুটা হতো যদি সরকার ঠিকঠাকভাবে ট্রাম চালাতেন । শহরের অনেকাংশ জুড়ে ট্রামের লাইন রয়েছে চমৎকারভাবে।সরকারের সদিচ্ছার অভাবে অধিকাংশ রুটে ট্রাম বন্ধ রয়েছে। জনগনকে সুরাহা দিতে এবং স্বল্প মূল্যে চলাচলের সুবিধার্তে সেই রুটগুলিকে খুব সহজেই চালু করা সম্ভব।
    অনেকগুলো রুট অবিলম্বে চালু করা সম্ভব কারণ বৈদ্যুতিক তার এবং লাইন রয়েছে, যেমন–
    ১৫/১২– রাজাবাজার- হাওড়া ব্রিজ টার্মিনাস
    ১১– শ্যামবাজার– হাওড়া ব্রিজ টার্মিনাস
    ২৪/৩০– কালিঘাট- বালিগঞ্জ
    ২৯/৩০– কালিঘাট- টালিগঞ্জ
    কালিঘাট ডিপোটি কোন অজানা কারণে বন্ধ করে রেখেছে তার কোন জবাব দেবেন কি?

    নিম্নলিখিত রুটগুলিতে বৈদ্যুতিন তার স্থাপন করলেই চালু করা সম্ভব–
    ৩৬– খিদিরপুর-ধর্মতলা
    ১৮- বিধাননগর-হাওড়া ব্রিজ টার্মিনাস

    বিবাদীবাগ ট্রাম টার্মিনাস কিছু বছর আগে বন্ধ করে দেওয়া হয়েছিল মেট্রো রেলের কাজের জন্য, বর্তমানে মেট্রো রেলের মহাকরণ মেট্রো ষ্টেশন নির্মাণ হয়ে যাওয়ার পরেও বিবাদী বাগে ট্রাম লাইন পাতার কোনো উদ্যোগ লক্ষ্যনীয় নয়। বিবাদী বাগে ট্রাম লাইন পুনরায় প্রতিস্থাপন হলে উত্তর এবং দক্ষিণ কলকাতার নানান প্রান্তে পুনরায় ট্রাম সংযোগ স্থাপন করা সম্ভব, ট্রাম রুট ৬,৮,১০,১২/৭, ১৪ চালু করা সম্ভব।

    বিদ্যাপতি সেতু এবং বেলগাছিয়ায় আর. জি. কর সেতুর ক্ষতি হবে এই কারণ দেখিয়ে ট্রাম চলাচল বন্ধ করে রাখা হয়েছে, যেখানে ঐ সেতুর ওপর দিয়ে ভারি ট্রাক/লরি/বাস চলাচল করে। অনুরোধ করব বিদ্যাপতি সেতুর ওপর দিয়ে ১কামরার হালকা ট্রাম চালানো হোক, তাহলে দক্ষিণের গড়িয়াহাটের সাথে উত্তরের বিধাননগর বা হাওড়া ব্রিজ পর্যন্ত ট্রাম চালানো পুনরায় সম্ভব। এমনকি গড়িয়াহাট মোড়ে ট্রাম লাইন পুনস্থাপন করে বালিগঞ্জ থেকে ২৫ নং রুটের ট্রাম (বালিগঞ্জ- বিবাদী বাগ), ২৬ (বালিগঞ্জ-হাওড়া ব্রিজ টার্মিনাস) চালানো সম্ভব।
    কিছু বছর আগে বেলগাছিয়া ট্রাম ডিপোর ভেতরে এবং শ্যামবাজার থেকে আর জি কর ব্রিজ পর্যন্ত কয়েক কোটি টাকা খরচ করে ট্রাম লাইন কংক্রিটের করা হয়েছিল যাতে করে মসৃনভাবে ট্রাম চলাচল করতে পারে। ট্রাম চললে বেলগাছিয়া ব্রিজ নাকি ভেঙে পরবে এই অজুহাতে ২০১৮ থেকে ঐ অঞ্চলে ট্রাম চলাচল বন্ধ করে রেখেছে। যেখানে ঐ সেতুর ওপর দিয়ে অহরহ বাস লরি চলছে, সেই সময় ভেঙে পরার কারন দেখছেনা। ২০-২৫ মিনিট অন্তর ১টা করে ট্রাম চললেই ব্রিজ ভেঙে পরবে? ট্রাম বন্ধ থাকার কারন দর্শিয়ে এবার শুরু হয়েছে ট্রাম ডিপোর জমি হাতিয়ে নেওয়ার পালা। ইতিমধ্যেই বেলগাছিয়া ডিপোর বেশ খানিকটা জমি কোনো বেসরকারি সংস্থাকে দিয়ে দেওয়া হয়েছে আবাসন নির্মাণের জন্য। এখন আবার উক্ত ডিপোর জমি দিয়ে দেওয়ার পরিকল্পনা চলছে আর জি কর মেডিকেল কলেজের এ্যনেক্স ভবনের জন্য। প্রশ্ন রইলো- আর জি কর মেডিকেল কলেজের থেকে বেশ কিছুটা দূরে এই ডিপোটি, মাঝে রয়েছে খাল এবং পরেশনাথ জৈন মন্দির। এতটা দূরে এনেক্স ভবন বানানোর যৌক্তিকতা আছে কি? আর যদি দূরেই এ্যনেক্স ভবন বানানো যায় তাহলে ট্রাম ডিপোর জমি নিয়ে কেন? কলকাতা শহরে কি আর কোথাও কোনো খালি জমি নেই? নাকি ইচ্ছাকৃতভাবে বেলগাছিয়া ট্রাম ডিপোটি ধ্বংস করার চক্রান্ত করা হচ্ছে? ডিপোর ভেতরে ৩২টি ভালো ট্রাম রয়েছে যেগুলিকে ফেলে রেখে নষ্ট করা হচ্ছে। এত কোটি টাকা দিয়ে ট্রাম লাইন স্থাপনের পর সেই লাইন পিচ দিয়ে ঢেকে দেওয়া হয়েছে, জনগণের করের টাকা এইভাবে নষ্ট করার অধিকার কে দিয়েছে? দাবি জানাই অবিলম্বে বেলগাছিয়া ট্রাম ডিপো থেকে ট্রাম পরিষেবা চালু করা হোক।

    বয়স্ক মানুষ, মহিলা,শিশু, অসুস্থ মানুষের জন্য ট্রাম একদম আদর্শ যান, এনাদের কথা মাথায় রাখুন। পৃথিবীর ৪৫০+ শহরে ট্রাম চলে, অনেক শহরে (কোচি, লাহোর) আধুনিক ট্রাম ফিরিয়ে আনা হচ্ছে, আর সেখানে বর্তমান সরকার উল্টো পথে হেঁটে কলকাতার বুক থেকে ট্রাম তুলে দিতে চাইছে- কাদের স্বার্থে??

    অনুরোধ করব সরকার ট্রাম চালানোর সিদ্ধান্তটি অবিলম্বে পুনর্বিবেচনা করে সত্বর সেই প্রচেষ্টা প্রারম্ভ করুক।

    ইন্দ্রনীল বন্দ্যোপাধ্যায়
    রেল বিহার, ফ্ল্যাট-৬২৪
    আনন্দপুর, কলি-৭০০১০৭।
    মোঃ- ৯৪৩৩২৬৮৪৬৬।

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    कुछ साल पहले, बेलगाचिया ट्राम डिपो के अंदर और श्यामबाजार से आरजी कार ब्रिज तक ट्राम लाइन को कई करोड़ की लागत से कंक्रीट से बनाया गया था ताकि ट्राम आसानी से चल सके, जहां हर 20-20 मिनट में उस पुल के ऊपर से एक बस लॉरी चलती है। 25 मिनट, हर 20-25 मिनट में 1 ट्राम चलेगी तो पुल टूट जाएगा? ट्राम बंद करने का कारण बता रहे हैं, अब ट्राम डिपो की जमीन जब्त करने का समय आ गया है.बेलगछिया डिपो की कुछ जमीन पहले ही एक निजी संस्था को आवास निर्माण के लिए दे दी गयी है. अब उक्त डिपो की जमीन आरजी कर मेडिकल कॉलेज के एनेक्सी भवन के लिए देने की योजना चल रही है. सवाल यह है कि – यह डिपो आरजी कर मेडिकल कॉलेज से काफी दूर है, बीच में एक नहर और परेशनाथ जैन मंदिर है। क्या इतनी दूर एनेक्सी बिल्डिंग बनाने का कोई औचित्य है? और अगर एनेक्सी बिल्डिंग दूर बनाई जा सकती है तो ट्राम डिपो की जमीन क्यों ली जाए? क्या कलकत्ता शहर में कोई खाली ज़मीन nahiहै?या क्या बेलगाचिया ट्राम डिपो को नष्ट करने की कोई जानबूझकर साजिश रची गई है? डिपो के अंदर 32 अच्छे ट्राम हैं जिन्हें छोड़ दिया गया और नष्ट कर दिया गया। इतने करोड़ से ट्राम लाइन खड़ी करने और उसे पिच से ढकने के बाद जनता के टैक्स के पैसे को इस तरह बर्बाद करने का अधिकार किसने दिया? मांग है कि बेलगाचिया ट्राम डिपो से तुरंत ट्राम सेवाएं शुरू की जाएं।

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