क्या आप भी कूलर में जमा पानी कई दिनों तक नहीं बदलते? तो ये खबर आपके लिए…. | Sanmarg

क्या आप भी कूलर में जमा पानी कई दिनों तक नहीं बदलते? तो ये खबर आपके लिए….

कोलकाता : सोते समय हमेशा मच्छरदानी लगाकर मच्छरदानी के अंदर सोना चाहिए। पूरी आस्तीन के या पूरे शरीर ढंकने वाले कपड़े पहनना चाहिए। शाम के समय दरवाजे, खिड़कियों को बंद करके रखना चाहिए तथा घर के अंदर मच्छर रिपिलेंट मॉसक्विटो कॉइल, नीम पत्तियों का धुआं करना चाहिए। घर के अंधेरे कोने में आराम करते हैं। डेंगू एक वायरल बुखार है जो मुख्यत: संक्रमित एडीज एजिप्टी तथा एडीज एल्बोपिकट्स मच्छर के काटने से स्वस्थ मनुष्य में फैलता है। यह मच्छर रुके हुए साफ पानी में पैदा होता है। इसे घरेलू मच्छर कहते हैं क्योंकि ये मच्छर आमतौर पर घर के अंदर व आसपास ही जलपात्रों में ठहरे पानी में पनपते हैं। घरों के अंदर नम अंधेरे वाले स्थानों, शयन कक्षों, स्नानघरों और रसोई में आराम करते हैं। इनके आराम की पसंदीदा सतहें दीवारें, फर्नीचर और कपड़े, तौलिए, पर्दे और मच्छरदानी वायर, रस्सी, छातों आदि जैसे लटकने वाली वस्तुओं पर छिपकर आराम करते हैं।
कूलर में ना जमा होने दें पानी…
कूलर, सीमेंट टंकी, प्लास्टिक व धातु के ड्रमों के पानी समेत अन्य जल पात्रों में जमा बारिश के साफ पानी में डेंगू का मच्छर पनप सकता है। इसके डंक मारने से आप जिला अस्पताल पहुंच सकते हैं। पिछले कई साल से रायसेन में डेंगू के केस आते रहे हैं। इसे देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी जारी की है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खत्री ने बताया कि बारिश के मौसम में जगह-जगह बारिश के पानी का जमाव होने के कारण मच्छर जन्य परिस्थितियां निर्मित होती हैं। जिससे डेंगू, चिकनगुनिया बीमारियों के फैलने की आशंका है।
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