पकड़े जाने के बाद युवक ने सफाई दी कि हम तो दवा लेने गए थे अब दोबारा नहीं जाएंगे. जानकारी के मुताबिक, कानपुर के जाजमऊ का रहने वाला तौहीद पंद्रह दिन पहले बीमार पड़ा था तो वह हैलट की ओपीडी में पर्चा बनवा कर इलाज के लिए पहुंचा। उस दौरान ओपीडी में मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉक्टर मरीजों को देख रही थी। जूनियर डॉक्टर ने इसका भी ट्रीटमेंट किया।
इलाज के बहाने हर दूसरे दिन पहुंच जाता अस्पताल
जूनियर डॉक्टर ने उसके इलाज की दवा तो लिख दी, लेकिन इस दौरान तौहीद को जूनियर डॉक्टर से इश्क हो गया। फिर हर दूसरे दूसरे दिन वह इलाज के बहाने अस्पताल आने लगा। कई बार तो उसने अलग-अलग नामों से ओपीडी का पर्चा बनवाया। फिर जब ओपीडी में जूनियर डॉक्टर की ड्यूटी नहीं लगी तो वह बाकी डॉक्टरों से उसके बारे में पूछने लगा। इस बात की जानकारी जब जूनियर डॉक्टर को हुई तो उसने सीनियर डॉक्टर से इसकी शिकायत कर दी। शनिवार को फिर ओपीडी का पर्चा बनवा कर तौहीद जब ओपीडी रूम पहुंचा तो स्टाफ पहले से सतर्क था। जैसे ही उसने जूनियर डॉक्टर के बारे में पूछा तो स्टाफ ने उसे पकड़ कर धुनाई कर डाली, फिर पुलिस को सौंप दिया।