Yellow Taxi : यात्री साथी ऐप को लेकर आई बड़ी खबर | Sanmarg

Yellow Taxi : यात्री साथी ऐप को लेकर आई बड़ी खबर

अब लग्जरी टैक्सियों का संगठन भी जुड़ रहा यात्री साथी से, 5000 टैक्सियों में किया गया इंस्टॉल
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : महानगर की पीली टैक्सियों को बचाने के लिये हाल में राज्य सरकार की ओर से यात्री साथी ऐप कैब सेवा की शुरुआत की गयी थी। हालांकि ड्राइवरों में तकनीकी जानकारी कम होने के कारण समस्याएं सामने आने लगीं। इसके अलावा ग्राहक भी इस ऐप कैब के प्रति जागरूक नहीं होने के कारण परेशान होने लगे। इधर, कोलकाता एयरपोर्ट समेत हावड़ा, कोलकाता व सियालदह स्टेशनों पर प्री-पेड टैक्सी सेवा पूरी तरह बंद कर दी गयी। ऐसे में अब यात्री साथी ऐप से ऐप कैब संगठन भी जुड़ रहे हैं। अब तक लगभग 5,000 लग्जरी टैक्सियों में यात्री साथी ऐप काे इंस्टॉल किया जा चुका है। सूत्रों के अनुसार, कोलकाता व आस-पास लगभग 14,000 ऐप कैब चलते हैं। हाल में कैब ऑपरेटरों ने आईटी विभाग के प्रधान सचिव राजीव कुमार के साथ बैठक भी की थी जिसमें कैब को लेकर कुछ और मुद्दे सुझाये गये। कैब ऑपरेटरों द्वारा एक पत्र राजीव कुमार को भेजा गया था। इसमें कहा गया कि ड्राइवरों को अधिक ट्रिप मिले, इसके लिये ग्राहकों से अधिक से अधिक जुड़ने की आवश्यकता है और सबसे अहम है कि शहर में ऐप कैब की कीमत/अथवा दर तय की जाये। ऐप कैब के फेयर स्ट्रक्चर के लिये हमने पहले ही परिवहन विभाग से अपील की थी। इस बारे में ऑनलाइन कैब ऑपरेटर्स गिल्ड के महासचिव इंद्रनील बनर्जी ने कहा कि चूंकि इसमें कमीशन का सिस्टम नहीं है, इस कारण इससे कैब के ड्राइवर भी जुड़ने लगे हैं। हालांकि कीमत निर्धारित होना आवश्यक है।
अब भी लोगों में जागरूकता की कमी
लगभग एक महीने पहले यात्री साथी ऐप को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर एयरपोर्ट के अलावा कोलकाता, हावड़ा व सियालदह स्टेशनों पर चालू किया गया था। हालांकि अब भी लोगों में इसके प्रति जागरूकता की कमी देखी जा रही है। बंगाल टैक्सी एसोसिएशन के ज्वाइंट सेक्रेटरी संजीब राॅय ने कहा कि अभी तक 5 से 6 हजार टैक्सियों में यह ऐप इंस्टॉल किया जा चुका है। यहां उल्लेखनीय है कि कोलकाता में लगभग 8,000 टैक्सियां चलती हैं। उन्होंने कहा कि अब भी लोगों में इस ऐप कैब के प्रति जागरूकता की कुछ कमी देखी जा रही है। लोग स्टेशनों पर उतरकर देख रहे हैं कि प्रीपेड टैक्सी बूथ बंद हो गये हैं। स्टेशन पर उतरने के बाद लोग टैक्सी ढूंढ रहे हैं। जागरूकता के लिये सभी टैक्सियों पर स्टीकर चिपकाये गये हैं। उन्होंने उम्मीद जतायी कि अगले एक महीने में यात्री साथी ऐप भी ऐप कैब की तरह ही लोकप्रिय हो जायेगा।

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