Sanmarg Exclusive : आंख के ऑपरेशन के लिए 2-3 महीने का ब्रेक ले सकते हैं अभिषेक | Sanmarg

Sanmarg Exclusive : आंख के ऑपरेशन के लिए 2-3 महीने का ब्रेक ले सकते हैं अभिषेक

जयंत घोषाल

कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी को आंखों के इलाज के लिए न्यूयॉर्क जाने के लिए अक्टूबर में एक और अस्थायी ब्रेक लेना पड़ सकता है। तृणमूल सूत्रों के मुताबिक, अभिषेक के एक और सर्जरी के लिए अक्टूबर के मध्य में न्यूयॉर्क जाने की उम्मीद है। नतीजतन, उनके लगभग 2 से 3 महीने तक रोजमर्रा की राजनीतिक गतिविधियों से दूर रहने की संभावना है। ऐसा माना जा रहा है कि अभिषेक कोलकाता में दुर्गा पूजा नहीं कर पाएंगे। सूत्रों ने यह भी कहा कि दो मांसपेशियों के बीच विचलन को नियंत्रित करने के लिए जॉन्स हॉपकिन्स हॉस्पिटल (जेएचएच) में उनकी ‘लैंकेस्टर’ सर्जरी नामक एक विशेष सर्जरी की जाएगी। स्वास्थ्य विशेषज्ञों और न्यूयॉर्क के अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें साल में एक बार आंखों की जांच कराने की सलाह दी है, क्योंकि उनका इलाज चल रहा है।

अक्टूबर 2016 में सिंगूर के पास एक सड़क दुर्घटना में अभिषेक की बायीं आंख में गंभीर चोट आ गई थी, जिसके बाद से भारत और विदेश में उनकी कई दौर की सर्जरी हुई है। अभिषेक की विशेषकर बायीं आंख क्षतिग्रस्त हो गई थी और इसका उपचार केवल जेएचएच में उपलब्ध है। तब से उनकी दोनों आंखों की मांसपेशियों के बीच बड़ा विचलन है, जो गंभीर समस्या है। लोकसभा चुनाव के दौरान सूर्य की किरणों, धूल और गर्मी के संपर्क में आने से दोनों मांसपेशियों के बीच विचलन काफी बढ़ गया था, जिसे कम करने के लिए उनकी बायीं आंख का ऑपरेशन किया गया। डॉक्टर उनकी बायीं आंख का ऑपरेशन करने को तैयार नहीं हैं क्योंकि कई बार ऑपरेशन किये जाने से आंखों में रक्त संचार प्रभावित होगा। उनकी दाहिनी आंख भी प्रभावित हो रही है। डॉक्टर अब दाहिनी आंख की मांसपेशियों को ढीला करके विचलन स्तर को ठीक करने का प्रयास करेंगे। डॉक्टरों ने 21 जुलाई को टीएमसी की शहीद दिवस रैली सेपहले सर्जरी निर्धारित की थी, लेकिन उन्होंने ऑपरेशन स्थगित कर दिया ताकि वे रैली में शामिल हो पाएं और पार्टी कार्यकर्ता निराश न हों।

संगठन की समीक्षा में जुटे : लोकसभा चुनाव के बाद अभिषेक ने संसद सत्र में भाग लिया और बजट पर प्रभावशाली भाषण दिया। अब वह दोबारा न्यूयॉर्क जाने की तैयारी में हैं। उससे पहले वह सक्रिय रूप से जिलेवार संगठनात्मक समीक्षा कर रहे हैं। अक्टूबर में विदेश जाने से पहले वह अपनी पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी से बात करने के बाद कुछ जिला अध्यक्षों और अन्य संगठनात्मक पदों के लिए नामों की घोषणा कर सकते हैं। अपनी वापसी पर वह ब्लॉक स्तर पर संगठन में फेरबदल कर सकते हैं।

उन्होंने 12 जून को घोषणा की थी कि वह “अत्यावश्यक चिकित्सा कारणों से संगठन से अल्प विराम ले रहे हैं”। वह अपनी पार्टी की शहीद दिवस रैली में भाग लेने के लिए 21 जुलाई से पहले शहर लौट आए।

 

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