कोलकाता : कोलकाता में पहली बार: सन्मार्ग अपराजिता ने प्रसिद्ध स्टीफन कोर्ट और ग्रीक ऑर्थोडॉक्स चर्च को “लाल” रंग से रोशन किया। हर महिला की शक्ति के लिए एक प्रतिष्ठित ट्रिब्यूट दिया गया! ‘सन्मार्ग अपराजिता’ अब समर्पण, निःस्वार्थ सहयोग एवं प्रोत्साहन का प्रतीक बन चुकी है। शुरुआत में जहां ‘अपराजिता’ को ही समर्थन व हौसले की जरूरत महसूस हुई थी, धीरे-धीरे समय गुजरा और 12 वर्षों में ‘अपराजिता’ स्वयं सक्षम हो गई, सशक्त हो गई। इसकी झलक ‘अपराजिता’ के 12वें संस्करण में स्पष्ट नजर आई, जहां हमने ‘अपराजिता’ को सूर्य-समान माना, जो अब स्वयं रोशनी का प्रतीक है, दूसरों को राह दिखा रही है। जिस तरह सिख संप्रदाय में दूसरों को समर्थन, समुदाय को सहयोग की भावना है, उसी से प्रेरणा लेकर ‘अपराजिता’ के 13वें संस्करण को हमने ‘सब तेरा’ में व्यक्त किया है। ‘अपराजिता’ नारी शक्ति को समर्पित है, यह समर्पण है नारी शक्ति के उत्थान का, प्रोत्साहन का और उसकी सफलता का जश्न मनाने का। बस 13-तेरा कहते-कहते, मेरे-तेरे को रख परे, एहसास है अब ये तू ही कोशिश मेरी, तू ही हासिल मेरा…
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