Kolkata Hospital Rape Case : जूनियर डॉक्टर आज ले सकते हैं बड़ा फैसला | Sanmarg

Kolkata Hospital Rape Case : जूनियर डॉक्टर आज ले सकते हैं बड़ा फैसला

● सुप्रीम कोर्ट की दोबारा अपील के बावजूद आरजी कर के जूनियर डॉक्टरों का सीज वर्क जारी

कोलकाता : जूनियर डॉक्टरों से काम पर लौटने की सुप्रीम कोर्ट की दोबारा अपील की जाने के बाद एक ओर जहां देश के कई हिस्सों में जूनियर डॉक्टरों ने सीज वर्क खत्म कर काम पर वापस लौटना शुरू कर दिया है, वहीं आरजी कर अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों का सीज वर्क अब भी जारी है। जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल शुक्रवार को 14वें दिन जारी रही। शुक्रवार की शाम आरजी कर के 5 डॉक्टरों की टीम सीबीआई कार्यालय में सीबीआई अधिकारियों से मिलने गयी। यहां उन्होंने मामले की प्रगति रिपोर्ट के बारे में जानकारी ली। इधर, आज यानी शनिवार को जूनियर डॉक्टरों द्वारा मास कनवेंशन किया जाएगा जहां डॉक्टर कोई अहम फैसला ले सकते हैं। केवल आरजी कर ही नहीं ब​ल्कि कोलकाता मेडिकल कॉलेज समेत अन्य कई सरकारी अस्पतालों में जूनियर डॉक्टर अब भी आंदोलनरत हैं। उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में हमारी जो मांगें थीं, वह पूरी नहीं हुई हैं​ जिस कारण हमने सीज वर्क जारी रखा है।

सीबीआई अधिकारियों से मिले जूनियर डॉक्टर : शुक्रवार को आरजी कर अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों का 5 सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआई कार्यालय में गया। यहां डॉक्टरों ने सीबीआई से आरजी कर की घटना की प्रगति रिपोर्ट जाननी चाही। सीबीआई अधिकारियों से मिलने के बाद डॉ. अर्णब मुखर्जी ने कहा, ‘हम जानने आये थे कि जांच की प्रगति कहां तक पहुंची है। पूरी जांच प्रक्रिया कोर्ट की निगरानी में हो रही है जिस कारण सीबीआई अधिकारी अपडेट नहीं बता पा रहे हैं। हमने कहा कि सभी लोग सवाल पूछ रहे हैं कि जांच कितनी आगे बढ़ी है। सीबीआई ने कहा कि वे यह बात नहीं बता पायेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘हमें न्याय चाहिए और इसी उम्मीद के साथ हम सीबीआई के पास गये थे। घटना के 15 दिन बीत गये, लेकिन 9 तारीख को हम जहां थे, आज भी वहीं खड़े हैं। सभी मेडिकल कॉलेजों में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी रहेगी।’ डॉ. अर्णब ने कहा, ‘ऐसा कुप्रचार किया जा रहा है कि सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं ​बिगड़ गयी हैं। हालांकि सीनियर डॉक्टर्स स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं जिस कारण सरकारी अस्पताल बंद नहीं हैं और स्वास्थ्य सेवाएं चालू हैं। सुप्रीम कोर्ट ने आंदोलनकारी डॉक्टरों से जो अपील की वह सर आंखों पर है। कई मेडिकल इंस्टीट्टूयशन काम में वापस लौट गये हैं। हालांकि पश्चिम बंगाल के जूनियर डॉक्टरों ने तय किया है कि न्याय के मुद्दे पर हम अविचल हैं। इस घटना में शामिल लोगों व 14 तारीख की तोड़फोड़ की घटना के साथ जो संबंध है और तथ्यों को जो छुपाने की कोशिश कर रही है, यह सब सामने नहीं आने तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।’

 

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