कोलकाता : कलयुग के देवता कहे जानें वाले बजरंगबली की पूजा और उपासना के लिए मंगलवार का दिन सर्वोत्तम माना गया है। देश-विदेश में बहुत से लोग हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए मंगलवार और शनिवार का व्रत करते हैं। मंगलवार का व्रत करना हनुमान जी के भक्तों के लिए बहुत लाभकारी होता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल गृह कमजोर है तो ऐसे में उसे मंगलवार का व्रत रखना चाहिए। मंगलवार के व्रत से हनुमान जी प्रसन्न होकर संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देते हैं। इस दिन व्रत करने से शत्रुओं का नाश तो होता ही है साथ ही शनि दोष से भी मुक्ति मिलती है।
व्रत पूजा विधि
– मंगलवार का व्रत कोई भी व्यक्ति किसी भी महीने की शुक्ल पक्ष के पहले मंगलवार के दिन से शुरू कर सकता है। इस व्रत को 21 या 45 मंगलवार तक रखा जा सकता है, कई लोग तो इस व्रत को आजीवन भी रखते हैं।
– इस व्रत को करने के लिए मंगलवार के दिन प्रातः काल जल्दी उठकर स्नानादि करके लाल रंग के वस्त्र धारण कर लें।
– इसके बाद घर के ईशान कोण में हनुमान जी के आसन के लिए चौकी रखें और इसमें हनुमान जी की मूर्ति या चित्र को स्थापित करें। ध्यान रखें हनुमान जी भगवान राम के परम भक्त हैं इसलिए इनके साथ आप भगवान राम और माता सीता की मूर्ति या चित्र भी जरूर स्थापित करें।
– अब अपने हाथों में जल लेकर हनुमान जी का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें और धुप-दीप जलाकर भगवान राम और माता सीता की आराधना करें।
– इस पूजा में हनुमान जी को आप लाल रंग के पुष्प, वस्त्र, सिन्दूर आदि चढ़ाएं। हनुमान जी को रुई में चमेली का तेल डालकर अर्पित करें।
– इसके बाद हनुमान चालीसा या सुन्दरकाण्ड का पाठ करें और हनुमान जी को गुड़ और चने का भोग लगाएं।
मंगलवार व्रत करने का लाभ
मंगलवार का व्रत करने से हनुमान जी की कृपा और आशीर्वाद तो प्राप्त होता ही है, साथ ही कुंडली में मंगल से जुड़े जितने भी दोष होते हैं समाप्त हो जाते हैं।
– मंगलवार का व्रत करने वाले व्यक्ति को हनुमान जी सम्मान, साहस और शक्ति का आशीर्वाद देते हैं।
– जिन लोगों को संतान नहीं हो रही हो, उन्हें हनुमान जी के आशीर्वाद से संतान की प्राप्ति होती है।