पांचवी पास महिला आज सैकड़ों महिलाओं को दे रही रोजगार | Sanmarg

पांचवी पास महिला आज सैकड़ों महिलाओं को दे रही रोजगार

महेंद्रगढ़ : आज हर क्षेत्र में महिलाओं का दबदबा बरकरार है। खेती से लेकर देश की रक्षा करने तक हर क्षेत्र में महिलांए आगे बढ़ रही हैं। ना केवल महिलाएं खुद अपने पैरों पर खड़ी हो रही है बल्कि दूसरी महिलाओं को भी आगे बढ़ने की प्रेरणा दे रही है और उनकी सहायता भी कर रही हैं। ऐसी ही एक कहानी है बवानिया गांव की एक महिला बनारसी देवी की। बनारसी देवी पांचवी पास है। एक गरीब परिवार में शादी हुई। पति मजदूरी कर घर चलाता था, लेकिन हौसलों को बुलंद रखते हुए उन्होंने अपने साथ-साथ सैकड़ों महिलाओं को प्रगति के पथ पहुंचाया है। वहीं, आज बनारसी देवी एक अचार फैक्टरी की मालिक बन चुकी है। बनारसी देवी इस तरह की अपने आप में पूरे हरियाणा की पहली प्रगतिशील महिला हैं।

अपने स्तर पर बनाया महिलाओं का ग्रुप
सन 2000 में बीडीपीओ कार्यालय में संजीवनी व आंगनवाड़ी का एक सेमिनार था, जिसमें कई महिलाओं के साथ बनारसी देवी भी वहां गई थी, जहां स्वयं सहायता समूह के बारे में महिलाओं को जानकारी दी गई। इस जानकारी को उन्होंने ठीक से समझा। उस जानकारी के आधार अपने ही गांव में अपने लेवल पर अलग महिलाओं के सात ग्रुप बनाए। फिर इन ग्रुपों को लोन के माध्यम से मदद करवाई और उनको अलग-अलग कार्य करवाए। उनकी इस सफलता पर जिला उपायुक्त ने सन 2001 में उसको एक प्रोत्साहित पत्र भी दिया।

2006 से अपने लिए शुरू किया कार्य करना
वहीं साल 2006 से उन्होंने अपने लिए कार्य करना शुरू किया। 2012 कृषि विज्ञान केंद्र व बागवानी से जुड़ी जिसके अंदर करनाल में जाकर उसने आचार बनाने की ट्रेनिंग ली। उसके बाद उन्होंने अपने घर पर ही अचार का उत्पादन शुरू किया। जंहा पर भी कृषि विज्ञान से संबंधित प्रदर्शनी लगती ये वहीं पर अपनी अचार की स्टाल लगाई। 2017 में गोवा में आयोजित सरस मेले में और फिर 2018 में सूरज कुंड के अंतरराष्‍ट्रीय मेले में स्टाल लगाई। उनकी इसी मेहनत व लग्न को देखते हुए बागवानी विभाग ने उसको बड़े स्तर पर अचार की फैक्ट्री लगाने का प्रपोजल दिया है।

दो करोड़ का प्रोजेक्ट

यह प्रोजेक्ट लगभग दो करोड़ का प्रोजेक्ट है इसमें इस प्रगतिशील महिला को केवल 10 प्रतिशत ही देना होगा, बाकी के 90 प्रतिशत की सरकार की तरफ से सब्सिडी मिलेगी। अब देखना होगा कि गरीब परिवार की बनारसी देवी अचार फॅक्टरी की मालिक कब बनेंगी। इस फैक्ट्री में 150 से ज्यादा केवल महिलाओं को कार्य दिया जाएगा। उन्होंने सरकार से मांग की है कि उनके प्रोजेक्ट में जो समस्या आ रही है उसे तुरंत प्रभाव से दूर करवाया जाए ताकि महिलाओं को काम मिल सके।

 

Visited 193 times, 1 visit(s) today
शेयर करे
0
0

Leave a Reply

ऊपर