नई दिल्ली: हमास-इजराइल के बीच जारी युद्ध का एक महीना अब बीतने वाला है। यूनाइटेड नेशन में सीज फायर की अपील को इजराइल ने खारिज कर दिया है। हमास के आतंकियों के इजराइल पर किए हमले के जवाब में गाजा पर इजराइल की कार्रवाई जारी है। इजराइली सैनिक हमास के आतंकियों का ढूंढ ढूंढकर सफाया कर रही है। इसी बीच गाजा पर इजराइल द्वारा किए जा रहे हमले को लेकर बोलीविया ने नाराजगी जताई है। बोलीविया ने इजराइल के साथ अपने राजनायक रिश्ते तोड़ दिए हैं। बोलीविया के विदेश मामलों के मंत्री फ्रेडी ममानी ने कहा कि बोलिविया ने गाजा पट्टी में हो रहे आक्रामक इजरायली सैन्य हमले का विरोध करते हुए इजरायल के साथ राजनयिक संबंध तोड़ने का फैसला किया है। इसके अलावा कोलंबिया और चिली ने भी गाज़ा में नागरिकों की मौत की निंदा करने और युद्धविराम का आह्वान और दबाव बनाने के लिए अपने राजदूतों को वापस बुला लिया।
बोलिविया ने की सीजफायर की मांग
बोलीविया की मंत्री नेला प्रादा ने कहा कि बोलीविया गाजा पट्टी में हमलों को रोकने की मांग करता है, जिसकी वजह से अब तक हजारों नागरिकों की मौत हो चुकी है और फिलिस्तीनियों का जबरन विस्थापन, साथ ही बोलीविया नाकाबंदी की समाप्ति की मांग करता है। जो खाने, पानी और अन्य जरूरी चीज़ों के प्रवेश को रोकती है, इजराइल की ये कार्रवाई मानवता के सभी कानूनों को उल्लंघन करती है।
बोलीविया सरकार की ओर से आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि संबंध तोड़ने का फैसला राष्ट्रपति लुइस एर्से द्वारा सोमवार को बोलीविया में फिलिस्तीनी राजदूत महमूद एलालवानी के साथ बैठक के बाद आया है। राष्ट्रपति ने गाजा पट्टी में किए जा रहे युद्ध अपराधों को खारिज करते हुए फिलिस्तीनी लोगों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त की, जिन्हें शांति से रहने का अधिकार है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेला प्रादा ने कहा कि गाजा पट्टी में प्रभावित लोगों के लिए बोलीविया से मानवीय सहायता भेजी जाएगी।