Calcutta University : फिजिक्स, केमिस्ट्री, मेथ्स के फाॅर्म की डिमांड कम | Sanmarg

Calcutta University : फिजिक्स, केमिस्ट्री, मेथ्स के फाॅर्म की डिमांड कम

सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : फिजिक्स, केमिस्ट्री, मेथ्स में छात्रों की रुचि धीरे-धीरे कम होने से कलकत्ता विश्वविद्यालय के कई कॉलेज प्रबंधन चिंता में हैं। विज्ञान के 3 बुनियादी विषय फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ में छात्रों की रुचि कम हो गई है जिससे उन 3 विषयों में सीटें कैसे भरी जाएंगी इसे लेकर कई कॉलेजों में बेहद चिंता बनी हुई है। कॉलेजों के अनुसार कक्षाएं, शिक्षक, पुस्तकालय, प्रयोगशालाएं भी हैं लेकिन छात्र कहांं हैं? कॉलेज में विज्ञान के 3 मूल विषय भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित ऐसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। इस साल कॉलेज में 7 दिनों तक प्रवेश के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं, लेकिन वे तीन बुनियादी विषय आवेदन में बहुत पीछे हैं। कलकत्ता विश्वविद्यालय के तहत फूलबागान में एक निजी कॉलेज ने अपने परिसर से भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित विभाग को बंद करने का फैसला किया था। सूत्रों के मुताबिक, कॉलेज के प्रिंसिपल ने इस संबंध में 2 जून को शिक्षकों को एक ईमेल भी भेजा था। उसमें उन्होंने लिखा कि दिन-ब-दिन उन तीन विषयों में छात्रों की संख्या कम होती जा रही है। इसलिए हम फिलहाल उन तीन मुद्दों पर शून्य सत्र रखेंगे। बाद में कॉलेज इस नीति से हट गया। कॉलेज की प्रिंसिपल कृति सिंह ने कहा कि हमने प्रारंभिक मूल्यांकन किया। पहले के बैच में तीन या चार छात्र होते हैं लेकिन ये समस्या सिर्फ एक कॉलेज की नहीं है।
अन्य विषयों की तुलना में आवेदन हुए कम
इस वर्ष ​जोगमाया देवी, एजेसी बोस, न्यूअलीपुर, सुरेंद्रनाथ, महाराजा मोनेंद्रनाथ कॉलेज में उन 3 विषयों के लिए आवेदन अन्य विषयों की तुलना में काफी कम हैं। जोगमाया देवी कॉलेज की प्रिंसिपल सरवानी सरकार ने कहा कि विज्ञान के मुख्य विषयों में छात्रों की रुचि कम हो रही है। हायर सेकेंडरी के बाद छात्र भविष्य में रोजगार के लिए इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश ले रहे हैं। एजेसी बोस कॉलेज के प्रिंसिपल पूर्णचंद्र माइती ने कहा विज्ञान के बुनियादी विषयों में छात्रों की रुचि इतनी कम है, यह सोचकर दुख होता है।
इसलिए घट रही है मांग
सुरेंद्रनाथ कॉलेज के प्रिंसिपल इंद्रनील कर के मुताबिक छात्रों की स्कूल स्तर से ही इन 3 विषयों में रुचि कम हो रही है। मोनेंद्रनाथ कॉलेज के प्रिंसिपल मंटूराम सामंत के मुताबिक जो छात्र सिर्फ डिग्री और नौकरी के लिए कॉलेज में एडमिशन ले रहे हैं, वे आसान विषयों में एडमिशन लेना चाहते हैं। मोनेन्द्रनाथ कॉलेज में बीकॉम ऑनर्स में करीब 2000 आवेदन आए हैं वहीं फिजिक्स, मैथ्स में अभी भी कुल सीटों से कम आवेदन हैं। सुरेंद्रनाथ कॉलेज में कॉमर्स में करीब 4 हजार आवेदन हैं, वहीं फिजिक्स-केमिस्ट्री-मैथ्स में आवेदनों की कुल संख्या 700 से भी कम है। कलकत्ता विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान के प्रोफेसर आशुतोष घोष ने कहा कि पहले बहुत से लोग भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित का अध्ययन करते थे और स्कूल में नौकरी करने जाते थे। अब जो लोग शोध करेंगे वे आईआईटी, आईसीईआरएस, आईआईएससी जैसे संस्थानों में जा रहे हैं। प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर वरुण रॉय चौधरी ने कहा कि भौतिकी में हमारे विश्वविद्यालय में जो लोग प्रवेश लेते हैं, उनमें से कई नहीं रहते हैं। ऐसा लगता है कि बच्चों की रुचि फिजिक्स में नहीं है क्योंकि नौकरी के ज्यादा अवसर नहीं हैं।

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