कोलकाताः मार्गशीर्ष मास की अमावस्या तिथि 23 नवंबर दिन बुधवार यानी आज है। साथ ही इस दिन सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि योग, शोभन योग और अमृत काल जैसे महयोग का निर्माण हो रहा है, जिससे इस दिन का महत्व बढ़ गया है। मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान करके पितरों को दर्पण देने का विशेष महत्व है। शुभ योग के साथ मार्गशीर्ष मास की अमावस्या अशुभ दोषों का निवारण करने के लिए सबसे उत्तम मानी गई है। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा और पितरों के नाम का दान पुण्य करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। ज्योतिष शास्त्र में मार्गशीर्ष मास की अमावस्या का महत्व बताते हुए कुछ उपाय भी बताए गए हैं, इन उपायों के करने से घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और धन आगमन के योग बनते हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में…
इस उपाय से पितर होंगे प्रसन्न
मार्गशीर्ष अमावस्या की रात के समय काले कुत्ते को तेल चुपड़ी रोटी खिलाएं। इसके बाद पांच लाल फूल और पांच दीपक बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से धन प्राप्ति के प्रबल योग बनते हैं और दुश्मन भी शांत हो जाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह उपाय व्यक्ति के जीवन चल रहीं कई कष्टों को दूर करता है।
इस उपाय से रोजगार में होगी तरक्की
रोजगार की तलाश करने वाले व्यक्ति मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन एक नींबू लें और उसे साफ करके घर के मंदिर में रख दें। उसके बाद रात के समय उस नींबू को अपने ऊपर से सात बार सिर से लेकर पैर तक उतार लें और चार बराबर भागों में काट दें। इसके बाद एक चौराहे पर जाकर चारों दिशाओं में एक-एक टुकड़ा फेंक दें। ध्यान रहे कि ऐसा करते समय कोई देखे ना। ऐसा करने से रोजगार प्राप्ति के योग बनना शुरू हो जाते हैं।
इस उपाय से लक्ष्मी की होगी प्राप्ति
मार्गशीर्ष अमावस्या की तिथि पर शाम के समय घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीपक जलाएं। लेकिन ध्यान रहे कि दीपक की बत्ती लाल रंग के धागे की हो ना कि रूई की। दीपक में थोड़ी सी केसर भी डाल दें। इसके साथ ही चीटियों को शक्कर मिला हुआ आटा दें। ऐसा करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है और पाप कर्मों का क्षय भी होता है।