नौसेना की बढ़ी और ताकत, जल सुरक्षा में विंध्यागिरि की होगी बड़ी भूमिका | Sanmarg

नौसेना की बढ़ी और ताकत, जल सुरक्षा में विंध्यागिरि की होगी बड़ी भूमिका

स्वदेशी तकनीक से अत्याधुनिक युद्धपोत है विन्ध्यागिरि
युद्धपोत की लंबाई 149 मीटर है
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : विन्ध्यागिरि के लॉचिंग के साथ ही नौसेना की ताकत और ज्यादा बढ़ गयी है। केंद्र सरकार की मेक इन इंडिया पहल के तहत पूर्णत: स्वदेशी तकनीक से इस अत्याधुनिक युद्धपोत का निर्माण किया गया है। देश की जल सुरक्षा में विंध्यागिरि की बड़ी भूमिका होगी। यह अत्याधुनिक युद्धपोत आधुनिक उपकरणों से लैस है।
क्या कहते हैं अधिकारी
एक अधिकारी ने कहा कि उपकरण और पी17ए जहाजों की प्रणालियों के लिए 75 % ऑर्डर स्वदेशी कंपनियों से है जिसमें सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) भी शामिल हैं। यह अत्याधुनिक युद्धपोत आधुनिक उपकरणों से लैस है। जीआरएसई के अधिकारियों के मुताबिक, पी17ए निर्देशित मिसाइल युद्धपोत है। प्रत्येक युद्धपोत की लंबाई 149 मीटर है। इसका वजन लगभग 6,670 टन और गति 28 समुद्री मील है। उन्होंने कहा कि ये वायु, सतह और सतह से नीचे तीनों आयामों में खतरों को बेअसर करने में सक्षम हैं।
तेज बारिश के बीच हुआ शुभारंभ
कहा जाता है कि किसी काम में बारिश का होना शुभ होता है। जब इस पोत का उद्घाटन होना था उस दौरान भी काफी तेज बारिश हो रही थी। झमाझम बारिश के बीच भी यहां नौ सेना के जवानों का जोश भी खूब था। इसे तैयार करने वाले लंबे समय से इस दिन का इंतजार कर रहे थे। राष्ट्रपति के हाथों इस युद्धपोत का उद्घाटन किया गया। यहां जीआरएसई की तैयारी भी पूरी तरह से थी।

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