– गिरफ्तारी से पहले 15 घंटे तक पूछताछ की गई
– पूछताछ के दौरान भाई वित्तीय लेनदेन के बारे में बताने में असफल रहे
– कोलकाता के बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया
कोलकाता : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल राशन घोटाला मामले में उत्तर 24 परगना जिले के देगंगा में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के ब्लॉक अध्यक्ष अनीसुर रहमान को उनके भाई और पार्टी सहयोगी अलिफ नूर उर्फ मुकुल के साथ गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी से पहले केंद्रीय जांच एजेंसी ने अनीसुर रहमान और अलीफ नूर से करीब 15 घंटे तक पूछताछ की। एजेंसी आज शुक्रवार को इन्हें कोलकाता के बैंकशाल कोर्ट में पेश की । मंगलवार को उनके आवास पर तलाशी अभियान के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भाइयों को गत गुरुवार की सुबह अपने कोलकाता कार्यालय में बुलाया था। केंद्रीय जांच एजेंसी की विभिन्न टीमों ने जेल में बंद पूर्व मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के सभी करीबी सहयोगियों शेख शाहजहां, बकीबुर रहमान, अनीसुर रहमान और बारिक बिस्वास के आवासों पर छापेमारी की थी। वे कोलकाता के सीजीओ कॉम्प्लेक्स में जांच अधिकारी के सामने पेश हुए। दोनों भाइयों को कथित तौर पर जांच में सहयोग नहीं करने और कई पूछताछ के दौरान असंगत बयान देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
ईडी सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान जांच अधिकारी भाइयों के जवाब से असंतुष्ट थे। केंद्रीय जांच एजेंसी ने कई अवैध लेनदेन की पहचान की जिसके लिए भाई संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दे सके। इसके अतिरिक्त, भाई अपनी चावल मिलों के वित्तीय लेनदेन, आय और व्यय को पर्याप्त रूप से समझाने में विफल रहे। 15 घंटे की पूछताछ के बाद, ईडी ने उन्हें बंगाल राशन घोटाले के सिलसिले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार कर लिया। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पहले कहा था कि पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) से जुड़े घोटाले की तीव्रता कम से कम 10,000 करोड़ रुपये थी।