कोलकाता: डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है। जो केवल किसी एक दवा से ठीक होने वाली बीमारी नहीं है बल्कि आपका खानपान और जीवनशैली का रोल भी डायबिटीज के इलाज में महत्वपूर्ण है। यह बीमारी लोगों के बीच तेजी से पैर पसार रही है। डॉक्टर्स का कहना है कि टाइप 1 डायबिटीज को कंट्रोल करने में आयुर्वेद बड़ी भूमिका निभाता है। आईए जानते है कुछ उपायों के बारे में जिनकी मदद से आप इस बीमारी से बच सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
डायबिटीज से बचने के लिए करे इस चिज का सेवन…
मधुमेह को प्राकृतिक रूप से ठीक करने की बात आए तो इसमें आयुर्वेदिक ड्रिंक्स का बहुत ज्यादा इस्तेमाल होता है जो कई प्रकार के फलों, सब्जियों और जड़ी बूटियों का मिश्रण होती हैं। ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए आंवला, जामुन के बीज और करेला का जूस बहुत फायदेमंद होता है। टाइप 1 और 2 दोनों प्रकार के मधुमेह रोगी करेले के जूस का लाभ उठा सकते हैं जिसका सेवन सुबह-सुबह करना ज्यादा बेहतर है।
डायबिटीज से बचने के लिए करें हेल्दी डाइट फॉलो
डायबिटीज की बीमारी के इलाज में अपनी खानपान की आदतों को सुधारना पहला कदम होता है। ये सिर्फ बीमारी में ही नहीं किसी भी व्यक्ति की ओवरऑल हेल्थ को फायदा पहुंचाता है। डायबिटीज की बीमारी में पीड़ित व्यक्ति को अपनी डाइट लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स के आधार पर बनानी होती है। इस डाइट प्लान में हाई फैट्स, कार्ब्स और शुगर वाले खाद्य पदार्थों को बाहर रखा जाता है और सेहत को फायदा पहुंचाने वाले फूड जैसे साबुत अनाज, सब्जियां, फल और बीज जैसी चीजों को शामिल किया जाता है।
तनाव से दूर रहें
आजकल लोग काम और घर पर किसी ना किसी वजह से लगातार तनाव का शिकार हो रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि डायबिटीज से बचने के लिए शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से फिट रहना जरूरी है जिसमें मेडिटेशन आपकी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
रोजाना कसरत है जरूरी
डायबिटीज के रोगियों को 24 घंटे में एक घंटा नियमित तौर पर व्यायाम या कोई शारीरिक गतिविधि जरूर करनी चाहिए। शारीरिक गतिविधि डायबिटीज के खतरे के साथ ही मोटापा, कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोग समेत कई बीमारियों को बढ़ने से भी रोकती है। इसलिए आपको पूरे दिन में कुछ वक्त निकालकर कसरत या कोई ना कोई शारीरिक गतिविधि में शामिल होना चाहिए।