
कोलकाता : मान्यता है कि रविवार को व्रत करने से इंसान का स्वास्थ्य ठीक रहता है और उसकी आयु लंबी होती है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार जो व्यक्ति लगातार 30, 12 या एक साल तक सूर्यदेव के लिए रविवार का व्रत रखता है। उसके हर तरह के शारीरिक कष्ट मिट जाते हैं। भगवान सूर्य की कृपा से व्यक्ति के मान सम्मान, बुद्धि और विद्या में कई गुना बढ़ोतरी होती है। साथ ही नौकरी से संबंधित परेशानियां भी दूर होती है। आइए जानते हैं रविवार के व्रत की पूरी विधि, सावधानियां, महत्व और व्रत के फायदे के बारे में।
पूजन विधि–
– सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करके साफ वस्त्र धारण कर लें।
– इसके बाद मंदिर में भगवान सूर्य की मूर्ति की विधि विधान से पूजा करें।
– इसके लिए भगवान को स्नान कराने के बाद सुगंध, पुष्प अर्पित करें।
– पूजा के बाद इस व्रत की कथा सुनें और दूसरों को भी सुनाएं।
– कथा सुनने के बाद भगवान सूर्य की धूप दीप से आरती करें।
– अब एक तांबे के कलश में जल लेकर उसमें लाल फूल और चावल डालकर सूर्य देव के मंत्र का उच्चारण करें और सूर्य देव को जल अर्पित कर भोजन ग्रहण कर सकते हैं।
मंत्र-
ॐ घृणिं सूर्य्य: आदित्यः
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा
ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:
ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः
ॐ सूर्याय नमः
ॐ घृणि सूर्याय नमः
सावधानियां–
– रविवार के व्रत में आपको दूध, दूध से बने पदार्थ और फल का ही सेवन करना चाहिए।
– व्रति को तेल में बने नमकीन भोजन के सेवन से बचें।
– व्रति को सूर्यास्त के बाद भोजन नहीं करना चाहिए।
व्रत के फायदे
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार जो व्यक्ति लगातार 30, 12 या एक साल तक सूर्यदेव के लिए रविवार का व्रत रखता है। उसके हर तरह के शारीरिक कष्ट मिट जाते हैं। विधि विधान से किया गया व्रत सफल होता है और भगवान सूर्य की कृपा से व्यक्ति के मान सम्मान, बुद्धि और विद्या में कई गुना अच्छआ हो है। साथ ही नौकरी से संबंधित परेशानियां भी दूर होती है।
व्रत का महत्व
रविवार को व्रत करने से इंसान का स्वास्थ्य ठीक रहता है और उसकी आयु लंबी होती है। उनके जीवन में सौभाग्य बढ़ता है साथ ही सारी मनोकामनाएं भी पूरी होती है।