सोनारपुर के तृणमूल नेता जमालुद्दीन के कार्यों से हैरान हैं लोग

सोनारपुर के तृणमूल नेता जमालुद्दीन के कार्यों से हैरान हैं लोग
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घर पर सालिसी सभा बुलाकर न्याय के नाम पर करता था अत्याचार
जमालुद्दीन का घर है या रिसॉर्ट, समझना मुश्किल
बारुईपुर : सोनारपुर प्रतापनगर ग्राम पंचायत के सांगुर के तृणमूल नेता जमालुद्दीन सरदार के महिला पर अत्याचार के कार्यनामे इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। जमालुद्दीन की धौंस से आस पास के लोग हमेशा सहमे रहते थे। मिली जानकारी के अनुसार वह लोगों को अपने घर में सालिसी सभा के नाम पर बुलाकर न्याय दिलाने का काम करता था। उसके न्याय को जो मानने से इनकार करता था उसे जंजीराेे से बांध कर शाारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था। उसके खिलाफ राशिदा बीवी नाम की एक महिला द्वारा सोनारपुर थाने में न्याय के लिए जाने पर जंजीर से बांध कर बुरी तरह पीटने को लेकर शिकायत दर्ज कराने के बाद जमालुद्दीन का नाम सुर्खियों में आया है।

सोनारपुर दक्षिण की विधायक लवली मोइत्रा ने यह कहा : सोनारपुर दक्षिण की विधायक ने मीडिया से स्पष्ट कहा कि जमालुद्दीन सरदार तृणमूल कर्मी नहीं है। इसके अलावा वह किसी प्रशासनिक पद पर भी नहीं है।

कौन है जमालद्दीन सरदार : जमालुद्दीन इलाके में जमीन की खरीद फरोख्त, न्याय दिलाने के नाम पर रंगदारी और जमीन बेचने की दलाली के कार्याें से जुड़ा हुआ है। जमालुद्दीन के न्याय को मानने से जो इनकार करता था उस पर अत्याचार अधिक किया जाता था। जमालुद्दीन की आय के स्रोत की जानकारी नहीं मिल पाई है। स्थानीय लोगों के अनुसार वह इलाके में लोगों को डराने धमकाने का काम करता था। इसके अलावा सरकारी जमीन हड़पने, तालाब भरने और अवैध निर्माण का समर्थन करता था।

जिला परिषद की सदस्य ने यह कहा : जिला परिषद की सदस्य दीप्ति मंडल ने कहा कि जमालुद्दीन का कार्य निंदनीय है।

बारुईपुर पुलिस के उच्च अधिकारियों ने यह कहा : बारुईपुर पुलिस के उच्च अधिकारियों ने कहा कि शिकायत मिलने के बाद जमालुद्दीन के करीब के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्तों के नाम मुजिद मोल्ला और आरो सरदार हैं। मामला सामने आने के बाद जमालुद्दीन फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है।

एक नजर जमालुद्दीन और उसके घर पर

जमालुद्दीन खुद को तृणमूल नेताओं और बड़े पुलिस अधिकारियों से संपर्क होने की बात कह कर लोगों पर धौंस जमाने का काम करता था। इसके अलावा सड़क किनारे उसका मकान मंदिर के तर्ज पर बना है। मकान के सामने बड़ा गेट है। गेट से अंदर प्रवेश करते ही बीच में चमकदार पतली सड़क के दोनों किनारे हरे भरे बगीचे हैं। घर के अंदर और बाहर मिलाकर कुल 50 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। जमालुद्दीन के अपने घर पर अवैध रूप से कछुआ रखने पर अब कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। जमालुद्दीन ने अपने शौक के लिए एक सफेद घोड़ा पाल रखा है। घोड़ा की देखरेख करने के लिए शाहजहां मल्लिक नाम के एक व्यक्ति को 10 हजार रुपये की सैलरी पर रखा था। इसके अलावा अन्य 7 लोग परिचारिका काम करते हैं। कुल मिलाकर उसका घर किसी रिसॉर्ट से कम नहीं लगता है।

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