
गुरुवार को अलीपुर कोर्ट में पेशी के दौरान बोले पार्थ
जेल कर्मियों को बंगाल पुलिस के अधीन लाने की अपील की पूर्व मंत्री ने
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : गुरुवार को शिक्षक नियुक्ति घोटाले में पार्थ चटर्जी, सुबीरेश भट्टाचार्य, शांतिप्रसाद सिन्हा सहित 14 लोगों को अलीपुर कोर्ट स्थित विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया गया। सूत्रों के अनुसार पार्थ ने ईडी के खिलाफ कहा कि उन्हें कोई नहीं मिल रहा है तो वे लोग चुंचुड़ा से लोगों को पकड़कर ला रहे हैं। पार्थ ने कहा कि वे कुंतल जैसे नेता तैयार नहीं करते। अयन और कुंतल के बारे में पार्थ ने साफ तौर पर कहा कि वे उन दोनों को नहीं पहचानते हैं। ऐसे लोग उनके 300 माइल की दूरी के इर्द गिर्द भी नहीं रहते थे। पार्थ ने कहा कि ईडी ने पहले बोला था कि कुंतल मुझे रुपये भेजता था। अब बोल रही है कि अयन ने कुंतल के माध्यम से रुपये भेजा था। पहले वह तय करें कि कौन रुपये भेजता था। गुरुवार को पार्थ ने मुख्यमंत्री से अपील की कि वर्ष 2011 में मुख्यमंत्री के निर्देश पर तमनोष घोष के साथ मिलकर उन्होंने कारा रक्षी कमेटी का गठन किया था। बाद में उस कमेटी को भंग कर दिया गया। अब जेल के अंदर आकर उन्हें लगता है कि बंगीय कारा रक्षी कमेटी को पश्चिम बंगाल पुलिस के अंतर्गत लाना होगा। पूर्व मंत्री के अनुसार ऐसा करसे सीएम अपने पुराने आश्वासन पर क्रियांवन कर सकेगी। उन्होंने कारा रक्षी कर्मियों को उन लोगों की तरफ से आश्वसन दिया गया था।