
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : एसएससी मामले में सीबीआई की टीम ने भी कार्रवाई तेज कर दी है। ईडी के साथ साथ सीबीआई भी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर रही है। एसएससी मामले में छानबीन करते हुए सीबीआई की टीम के पास अहम जानकारी हाथ लगी है। गत शुक्रवार की रात को ओएमआर शीट बनाने वाली कंपनी के पूर्व वाइस प्रेसिडेंट नीलाद्रि दास को सीबीआई की टीम ने गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने कोर्ट में उन्हें पेश कर तीन दिनों की हिरासत में लिया है। शनिवार को सीबीआई की टीम ने उनसे पूछा कि किसके निर्देश पर इन ओएमआर शीट को इन अभियुक्तों तक पहुंचाया गया था। इसके लिए कितने रुपयों का लेन देन हुआ था। आरोप है कि इस मामले में अभियुक्तों में से एक सुबीरेश भट्टाचार्य के निर्देश पर तत्कालीन और प्रोग्रामिंग ऑफिसर इन शीटों को बदल देते थे । इनके स्थान पर फर्जी अभियार्थियों की भर्ती होती थी। यहां बताते चलें कि इससे मामले में सीबीआई को पता चला था कि कई लोग ऐसे थे जिन्होंने फॉर्म तक भी नहीं भरा था और उन्हें नियुक्ति पत्र मिल गई थी और यह हुआ इन ओएमआर शीट को बदलने के कारण । सूत्रों की मानें तो रुपया लेकर ओएमआर शीट को बदल दिया जाता था और इसमें इनकी भूमिका मुख्य थी। सूत्रों का मानना है कि इसमें पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी तक को भी जानकारी थी । सूत्रों का कहना है कि सुबीरेश के अलावा एस पी सिन्हा व आयोग के कई लोगों के नीलाद्रि से संबंध थे। सीबीआई की टीम ने उनसे जानना चाहा कि उनका इन सबके साथ क्या लेनदेन हुआ था क्योंकि अन्य अभियुक्तों ने अपने बयान में यह बात स्वीकार की है कि इसके लिए लाखों – लाखों रुपये दिये गये थे।