कोलकाताः कलकत्ता हाईकोर्ट में सोमवार को हंगामा के बाद मंगलवार को भी जारी है। मंगलवार को 24 घंटे के बाद कलकत्ता हाई कोर्ट के टीएमसी समर्थित वकीलों के एक समूह ने जस्टिस राजशेखर मंथा के सीधे बहिष्कार का प्रस्ताव रखा। उनका दावा है कि यह प्रस्ताव कोर्ट में शांति बनाए रखने के लिए है। दूसरी ओर, बार काउंसिल ने इस मामले में मुख्य न्यायाधीश से अवमानना के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध किया है। इसके बाद मुख्य न्यायाधीश ने बार काउंसिल से हलफनामा मांगा है। हालांकि, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ वकील अरुणाभ घोष ने कहा कि उन्होंने प्रस्ताव की खूबियों को नहीं देखा और उन्हें नहीं लगता कि इसे अदालत के काम में हस्तक्षेप करना चाहिए। हालांकि, वकीलों के एक अन्य वर्ग को लगता है कि अगर जस्टिस मंथा की बेंच के बहिष्कार के प्रस्ताव का पालन किया जाता है, तो कई मामलों की सुनवाई ठप हो जाएगी।