
कोलकाता : इस साल नाग पंचमी आज यानी 21 अगस्त को मनायी जा रही है। इस दिन नागों की पूजा से शिव खुश होते हैं लेकिन कुछ खास नियमों का पालन जरुर करें, नहीं तो आने वाली कई पीढ़ियों को इसका हरजाना भुगतना पड़ता है। नाग पंचमी के दिन घर के बाहर मुख्य द्वार पर गाय के गोबर से सर्प की आकृति बनाकर उसपर दूर्वा लगाएं। मान्यता है इससे सर्प घर में प्रवेश नहीं करते और बुरी शक्तियों का नाश होता है। साथ ही आर्थिक लाभ देता है।
नाग पंचमी के दिन ‘ऊं कुरु कुल्ले फट् स्वाहा’ इस मंत्र का जाप करते हुए नाग देवता की पूजा कर, सर्पों के संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। भूलकर भी इस दिन सांप को परेशान न करें। इससे कालसर्प दोष लगता है।
- नाग पंचमी की पूजा में नीम, खीरा, नींबू, दही और चावल को मिलाकर एक विशेष पकवान बनाकर नाग और कुल देवी देवता को अर्पण करें। इसके बाद इस प्रसाद को ग्रहण करें, इससे निरोगी रहने आशीर्वाद मिलता है। इस दिन धान का लावा भी नाग देवता को चढ़ाना चाहिए।
- नाग पंचमी की पूजा में नीम, खीरा, नींबू, दही और चावल को मिलाकर एक विशेष पकवान बनाकर नाग और कुल देवी देवता को अर्पण करें। इसके बाद इस प्रसाद को ग्रहण करें, इससे निरोगी रहने आशीर्वाद मिलता है। इस दिन धान का लावा भी नाग देवता को चढ़ाना चाहिए।
- नाग पंचमी पर नागों की स्वतंत्र पूजा ना करें, उनकी पूजा शिव जी के आभूषण के रूप में ही करनी चाहिए। जीवित सर्प को दूध पिलाना उनके लिए खतरनाक हो सकता है, इससे उनकी जान भी जा सकती है।.