Odisha Train Accident : 16 महीने बाद दूसरा बड़ा रेल हादसा, जानें देश में कब-कब हुए ट्रेन हादसे | Sanmarg

Odisha Train Accident : 16 महीने बाद दूसरा बड़ा रेल हादसा, जानें देश में कब-कब हुए ट्रेन हादसे

ओडिशा : ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार को तीन ट्रेनों की टक्कर हो गई है। यहां बहनागा स्टेशन के पास SMVB-हावड़ा एक्सप्रेस (12864), कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर हुई है। सबसे पहले हावड़ा एक्सप्रेस की मालगाड़ी से टक्कर हुई, उसके बाद मालगाड़ी कोरोमंडल से जा टकराई। हादसे में 233 लोगों की मौत हो गई। 900 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। कोरोमंडल एक्सप्रेस पश्चिम बंगाल में कोलकाता के हावड़ा स्टेशन और तमिलनाडु के चेन्नई के बीच चलती है। हादसे में 15 बोगी पटरी से उतरी हैं। 7 बोगियां पूरी तरह पलट गई हैं। कई लोगों के बोगी के अंदर फंसे होने की बात कही जा रही है। जानिए देश में कब-कब बड़े ट्रेन हादसे हुए हैं…
इससे पहले 14 जनवरी 2022 को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में दोमोहानी के पास हादसा हुआ था। इसमें 9 लोगों की मौत हो गई थी। राजस्थान के बीकानेर से असम के गुवाहाटी जा रही बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस की 12 बोगियां पटरी से उतर गई थीं। तब 34 महीने बाद रेल हादसा हुआ था। अब 16 महीने बाद यानी जून 2023 में दूसरा रेल हादसा सामने आया है।
ट्रेनों के आपस में टकराने का ये चौथा हादसा…
27 जनवरी, 1982 : आगरा के पास घने कोहरे में एक मालगाड़ी और एक एक्सप्रेस पैसेंजर ट्रेन की आमने-सामने टक्कर हो गई थी, जिसमें 50 लोगों की मौत हो गई थी।
14 मई, 1995 : मद्रास-कन्याकुमारी एक्सप्रेस सलेम के पास एक मालगाड़ी से टकरा गई थी, जिसमें 52 लोगों की मौत हो गई थी।
14 दिसंबर, 2004 : जम्मू तवी एक्सप्रेस और जालंधर-अमृतसर पैसेंजर ट्रेन आपस में टकरा गई थीं। ये हादसा होशियारपुर, पंजाब के पास हुआ था। हादसे में 39 यात्रियों की मौत हो गई थी।
2 जून 2023 : ओडिशा के बालासोर में कोरोमंडल एक्सप्रेस सामने से आ रही मालगाड़ी से टकरा गई। हादसे में अब तक 50 लोगों की मौत हो गई है। 350 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
इससे पहले कब-कब रेलवे हादसे हुए…
कदलुंदी नदी पुल हादसा (केरल, 2001)

केरल में वर्ष 2001 में हुए कदलुंडी नदी रेल पुल हादसे में 50 से अधिक लोगों की जान गई थी। सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटनाओं में से एक इस हादसे में लगभग 300 लोग घायल हुए थे और कम से कम 57 लोगों की जान गई थी। ट्रेन केरल में कोझीकोड के पास कदलुंडी नदी पर पुल 924 को पार कर रही थी। जब एक डिब्‍बा टूट गया और ट्रेन पटरी से उतर गई। भारी मानसून और ट्रेन में ही कुछ खामियां के चलते ये हादसा हुआ था।
रफीगंज रेल पुल (बिहार, 2002)
10 सितंबर 2002 को तेज रफ्तार राजधानी एक्सप्रेस उत्तर-मध्य भारत में धावे नदी पर बने पुल पर पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में तकरीबन 130 लोगों की मौत हो गई थी। शुरुआत में दुर्घटना का कारण पुराने पुल में जंग लगना बताया गया था मगर बाद में पता चला कि दुर्घटना इलाके के नक्सलियों द्वारा जानबूझकर की गई थी।
वलिगोंडा रेलवे ब्रिज (तेलंगाना, 2005)
अचानक आई बाढ़ के कारण हैदराबाद के निकट वेलिगोंडा में स्थित एक छोटा पुल बह गया। 29 अक्टूबर 2005 को एक ट्रेन पुल के इस हिस्से को पार कर रही थी। ट्रेन को जानकारी नहीं थी कि पुल का एक हिस्‍सा गायब है और यह ट्रेन अपने सवारों समेत पानी में उतरती चली गई। इस हादसे में लगभग 114 लोग मारे गए और 200 से अधिक घायल हो गए।
भागलपुर (बिहार, 2006)
हावड़ा जमालपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस पर दिसंबर 2006 में 150 साल पुराना एक ओवर ब्रिज गिर गया। इस घटना में लगभग 30 लोगों की मौत हो गई थी।
पंजागुट्टा पुल (तेलंगाना, 2007)
हैदराबाद के पंजागुट्टा में एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर सितंबर 2007 में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पुल के नीचे से गुजरने वाले वाहनों पर फ्लाईओवर का मलबा गिरा जिससे कई लोग घायल हुए। हादसे में 15 लोगों की मौत भी हुई थी।
कोटा चंबल ब्रिज (राजस्थान, 2009)
दिसंबर 2009 में राजस्थान के कोटा जिले में चंबल नदी पर एक निर्माणाधीन पुल ढह गया जिससे मलबे में फंसे लगभग 28 मजदूरों की मौत हो गई थी। इस परियोजना के प्रभारी हुंडई और गैमन के 14 अधिकारियों के खिलाफ लापरवाही का मामला भी दर्ज किया गया था।
 

 

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