मुंबईः क्रिकेटर ऋषभ पंत की बीएमडब्ल्यू कार शुक्रवार को तड़के दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर सड़क के डिवाइडर से टकरा गई, जिसके चलते उन्हें कई चोटें आई हैं। पंत रूड़की स्थित अपने घर जा रहे थे और खुद कार चला रह थे। उन्हें सिर, पीठ और पैरों में चोट आई हैं, लेकिन उनकी हालत स्थिर है। पंत को पहले एक स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जिसके बाद देहरादून के मैक्स अस्पताल भेज दिया गया। हरियाणा रोडवेज बस के ड्राइवर और कंडक्टर के कारण क्रिकेटर ऋषभ पंत की जान बची, जिस वक्त गाड़ी में एक्सीडेंट हुआ तत्काल पीछे चल रही हरियाणा रोडवेज की बस के ड्राइवर सुशील कुमार व कंडक्टर ने कार हादसा देख 112 नबर पर फोन किया। इससे तुरंत उन्हें मदद मिली।
हरिद्वार के एसएसपी अजय सिंह ने जानकारी दी, ‘यह हादसा सुबह 5:22 पर हुआ था। पुलिस की जांच में चला पता, ऋषभ पंत की झपकी लगने की वजह से यह एक्सीडेंट हुआ।’ उन्होंने बताया कि घटना की सूचना मिलने के 10:00 मिनट में भीतर पुलिस मौके पर पहुंच गई थी और हरियाणा के रोडवेज के एक ड्राइवर ने ऋषभ पंत की मदद की थी।
क्या बताया सुशील कुमार ने?
सुशील कुमार ने कहा कि मैंने उस आदमी को देखा तो वो जमीन पर पड़ा था। मुझे लगा वो बचेगा ही नहीं। कार में चिंगारियां निकल रही थीं। उसके पास ही वो (पंत) पड़ा था। हमने उसे उठाया और कार से दूर किया। मैंने उससे पूछा- कोई और है कार के अंदर। वो बोला मैं अकेला ही था। सुशील कुमार के मुताबिक घायल पंत ने खुद उन्हें कि वह क्रिकेटर ऋषभ पंत है। कुमार का यह भी कहना है कि पंत के शरीर पर कपड़े नहीं थे तो उन्होंने उसे अपनी चादर में लपेट दिया।
सुशील ने बताया कि उनके बस कंडक्टर ने एंबुलेंस को फोन किया जो कि 15-20 मिनट में आ गई। उन्होंने बताया कि पंत खून से लथपथ था और लगंड़ाकर चल रहा था। उनके मुताबिक उन्होंने वीडियो बनाने की बजाए एक शख्स की जान बचाना ज्यादा जरूरी समझा।