Hormone Imbalance: महिलाओं में हार्मोंस बिगड़ने से शरीर देता है ये संकेत | Sanmarg

Hormone Imbalance: महिलाओं में हार्मोंस बिगड़ने से शरीर देता है ये संकेत

नई दिल्ली: महिलाओं को सेहतमंद रहने के लिए स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए। उम्र के साथ महिलाओं के शरीर में कई बार हार्मोंस में बदलाव आता है। हार्मोन शरीर के अलग अलग कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन जब शरीर में हार्मोंस असंतुलन होता है तो कई तरह की समस्याएं पैदा होने लगती हैं। लगातार और लंबे समय तक हार्मोनल असंतुलन महिलाओं के चिंताजनक हो सकता है। जानिए शरीर में हार्मोंस बैलेंस बिगड़ने पर क्या लक्षण नजर आते हैं?

हार्मोंस बैलेंस बिगड़ने पर शरीर में दिखते हैं ये लक्षण

  1. पीरियड्स में अनियमितता- अगर आपको काफी दिनों तक पीरियड की डेट में बदलाव नजर आएं, जैसे समय से पहले आना या देरी होना हार्मोन में बदलाव के संकेत हो सकते हैं। आपको पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) या थायरॉयड जैसी समस्याओं के लिए चेकअप करवाना चाहिए।
  2. वजन बढ़ना या घटना- अगर लाइफ में कुछ बड़ा बदलाव नहीं होने पर भी तेजी से वजन बढ़ रहा है या कम हो रहा है तो हार्मोनल असंतुलन का संकेत हो सकते हैं। बेहतर हार्मोनल स्वास्थ्य के लिए वजन में बदलाव पर ध्यान दें। थायरॉइड डिसफंक्शन या इंसुलिन प्रतिरोध जैसी हार्मोनल समस्याओं के लिए जांच करवाएं।
  3. त्वचा संबंधी समस्याएं- हार्मोंस में बदलाव के संकेत त्वचा पर भी नजर आने लगते हैं। जिसमें मुंहासे, तैलीय त्वचा या बहुत ड्राईनेस होना भी हार्मोनल संतुलन के संकेत हो सकते हैं। अगर आपको ऐसी समस्याएं ज्यादा हो रही हैं तो एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
  4. मूड स्विंग्स- हार्मोनल असंतुलन की वजह से मूड में उतार-चढ़ाव, चिड़चिड़ापन, चिंता या डिप्रेशन भी हो सकता है। इसका मूल कारण जानने के लिए एक मूड डायरी रखें और पैटर्न नोट करें। ज्यादा समस्या होने पर डॉक्टर से थेरेपी या सलाह जरूर लेनी चाहिए।
  5. थकान और नींद कम आना- लगातार थकान, ऊर्जा में कमी और ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होना भी हार्मोनल असंतुलन के संकेत हो सकते हैं। अपनी लाइफस्टाइल पर ध्यान दें, जैसे नींद के पैटर्न और स्ट्रेस की वजह जानने की कोशिश करें। ज्यादा परेशानी होने पर डॉक्टर से सलाह लें।
  6. बालों का झड़ना- बालों का झड़ना, पतला होना, या बालों की बनावट में बदलाव आना भी हेल्थ समस्याओं के कारण हो सकता है। इसकी एक वजह हार्मोनल परिवर्तन भी हो सकती है। इसके लिए हेल्दी डाइट लें और तनाव से दूर रहें। ज्यादा समस्या बढ़ने पर डॉक्टर को दिखा लें।
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