कोलकाता : गर्मी का मौसम क्या आया, समझो आफत ही आ गयी। न खाना अच्छा लगता है न पीना। शरीर भी मानो साथ देना बंद ही कर देना चाहता है। ऐसे में यदि आंखें भी साथ देना बंद कर दें तो ताज्जुब न की जियेगा। अक्सर देखने में आता है कि गर्मी के मौसम में आंखों की रोशनी पर भी विपरीत प्रभाव पडऩे लगता है। गर्मी के मौसम में जहां शरीर की देखभाल जरूरी है, वहीं आंखों की देख भाल करना उससे ज्यादा जरूरी हो जाता है। इस मौसम में प्राय: आंखों में तरह-तरह की बीमारियां होने लगती हैं। आंखों का दु:ख ना, थकान का अनुभव होना, आंखों में जलन का रहना, आंखों का लाल हो जाना आदि तो आम बीमारियों की श्रेणी में ही आती हैं मगर यदि इस मौसम में आपको लगे कि आपकी आईसाइट यानी नजर भी कमजोर होती जा रही है तो आप इसे हल्के से न लें बल्कि इस पर गंभीर होकर विचार करें क्योंकि इस मौसम में नजर का धुंधलाव व कमजोर पडऩा आने वाले समय में आपकी आईसाइट के लगातार कमजोर पडऩे का पहला लक्षण बन कर उभर रहा है।
स्पेशलिस्ट से भी ले सलाह
आंखों की सही देखभाल के लिए अच्छा तो यही है कि आप किसी स्पेशलिस्ट के पास जाएं। यदि किन्हीं कारणों से ऐसा करना संभव न हो पा रहा हो तो कुछ सावधानियां बरत कर भी आप अपनी आईसाइट को काफी कुछ बचा सकते हैं।
गर्मी के मौसम में आंखों में थकान महसूस होने पर आंखों को बार बार ठंडे पानी से धोने पर काफी राहत मिलती है। आंखों में जलन का अनुभव होने पर आंखें बंद करके लेट जाएं और अपनी हथेलियों से उन्हें धीरे-धीरे स्पर्श करें। ध्यान रहे आंखों को दबाना या रगडऩा नहीं चाहिए। कच्चे खीरे या आलू का एक टुकड़ा काटकर आंखों पर रखने से भी बहुत राहत मिलती है।
गर्मी के मौसम में आंखों में थकान महसूस होने पर आंखों को बार बार ठंडे पानी से धोने पर काफी राहत मिलती है। आंखों में जलन का अनुभव होने पर आंखें बंद करके लेट जाएं और अपनी हथेलियों से उन्हें धीरे-धीरे स्पर्श करें। ध्यान रहे आंखों को दबाना या रगडऩा नहीं चाहिए। कच्चे खीरे या आलू का एक टुकड़ा काटकर आंखों पर रखने से भी बहुत राहत मिलती है।
आंखों में लगातार गुलाब जल शहद या अच्छी गुणवत्ता वाले आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करते रहने से भी आंखों को काफी सुकून मिलता है लेकिन ध्यान रहे कोई भी दवाई डालने पर यदि आपको इरीटेशन यानी कोई परेशानी का अनुभव हो तो उसका प्रयोग तुरंत बंद कर देना चाहिए और किसी अच्छे डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।
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