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नई दिल्ली: हमास और इजराइल के बीच 7 अक्टूबर से जंग जारी है। हमास द्वारा शुरू किए गए हमले के जवाब में इजराइल लगातार गाजा पर हमला कर रहा है। युद्ध में दोनों ओर से हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। इसी बीच मंगलवार देर रात गाजा के अल अहली अस्पताल पर रॉकेट से हमला हुआ। इस हमले में 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। हमास ने इस हमले के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है। जबकि इजराइल ने हमास की साजिश बताई है। अब इजरायल की ओर से कहा गया है कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को सबूत देगा कि ये हमला इजरायल ने नहीं किया है। इजराइल के विदेश मंत्री ने इस बारे में जानकारी दी है। इसके साथ ही अमेरिका ने हमास से जुड़े 9 सदस्यों और एक यूनिट पर प्रतिबंध लगाया है।
‘अस्पताल पर अटैक, हमास की साजिश’
आज अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन इजराइल दौरे पर तेल अवीव पहुंचे। बाइडेन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ मुलाकात की। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रेसिडेंट बाइडेन ने कहा कि गाजा के अस्पताल में मंगलवार की रात जिस तरह से हमले किए गए हैं, उसका अमेरिका कड़ी शब्दों में निंदा करता है। उन्होंने कहा कि यहां आने के बाद मैंने जो कुछ भी देखा है, उसे देखने के बाद लगता है कि इस घटना में इजराइल का हाथ बिल्कुल भी नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि गाजा के अल अहली बैपटिस्ट अस्पताल में देर रात हुई बमबारी में इजराइल का नहीं हमास का हाथ हो सकता है। हालांकि अभी तक इस हमले को लेकर न जो जो बाइडेन ने कोई सबूत पेश किए हैं और न ही इजराइली सेना की ओर से कोई साक्ष्य दिए गए हैं। वहीं, राष्ट्रपति बाइडेन ने आगे कहा कि आप सोचिए कि हमास के कैद में बच्चे क्या सोच रहे होंगे। यह कल्पना भी करना मेरी समझ से परे है। हमास के आतंकी ISIS से भी ज्यादा खतरनाक हैं।