हार और जीत

दुनिया की है यही रीत
कहीं है हार तो कहीं है जीत।
क्षेत्र हो खेल का
या हो शिक्षा का
कला का या राजनीति का,
हर जगह छिड़ा है युद्ध
हार और जीत का।
सबके मुँह पर है यही गीत
कि हासिल करनी है हमें जीत।
याद आती हैं बातें बचपन की,
जहाँ नहीं थी चिंता,
हार और जीत की ।
बचपन के वो दिन कितने अच्छे थे,
कहीं नहीं था झूठ, सभी सच्चे थे।
तब शौक था बड़े होने का,
पर नहीं था पता ऐसे दिनों का,
जब लगा हो चस्का सबको जीत का।
नहीं देखना है किसी को भी
मुँह हार का,
हर तरफ है खेल
हार और जीत का।
काश बचपन के वो दिन
फिर लौट आएँ
जी करता है एक बार फिर
बच्चे बन जाएँ।
करते रहें हर वक्त सिर्फ नादानी
न ही कोई खेल है जीतना,
और न ही कोई बाजी है हारनी।।

– रश्मि प्रधान

शेयर करें

मुख्य समाचार

Weather Update: बंगाल में भीषण गर्मी के बीच आज 3 जिलों में बदलेगा मौसम, कहां-कहां होगी बारिश ?

कोलकाता: बंगाल में लोगों को लू और गर्म हवा का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग की मानें तो गर्मी की लहर अभी कम आगे पढ़ें »

करया के निर्माणाधीन मकान में लगी आग

कोलकाता : करया थानांतर्गत दिलखुशा स्ट्रीट स्थित एक निर्माणाधीन मकान में आग लग गयी। मौके पर पहुंचे दमकल के दो इंजनों ने आग पर काबू आगे पढ़ें »

ऊपर