– संध्या बाजार, एनएस रोड, बागखाल इलाका सबसे ज्यादा प्रभावित
– जीटी रोड से संलग्न प्रत्येक गली में पुलिस पिकेट
हुगली : रिसड़ा में रविवार को शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा का प्रभाव अगले दिन भी देखने को मिला। जीटी रोड (Grand Trunk Road) से संलग्न संध्या बाजार, एनएस रोड और बागखाल इलाके में सोमवार को भी तनाव का माहौल देखने को मिला। रविवार की रात 10 बजे से जारी की गई धारा 144 के बाद भी कई लोग सुबह से ही नियम का उल्लंघन कर इलाके में घूमते नजर आए। तनाव की खबरें सबसे पहले बागखाल इलाके से आईं। यहां सुबह 11.15 बजे के करीब जीटी रोड स्थित पेट्रोल पंप के नजदीक भारी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने की सूचना पाकर पुलिस और आरएएफ की टीम मौके पर पहुंची और भीड़ को तितर- बितर कर सभी को अपने घरों में रहने का निर्देश दिया।
की गई अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती
बागखाल में अभी स्थिति नियंत्रण में आई नहीं थी कि दोबारा संध्या बाजार इलाके में दो गुटों के बीच तनाव की खबरें सामने आ गईं। पुलिस की एक टुकड़ी घटनास्थल पर पहुंची। दोपहर 12.30 बजे के करीब संध्या बाजार इलाके में लोगों का एक बड़ा समूह भड़काऊ नारे लगाते नजर आया।
मौके पर पहुंची पुलिस को देख भीड़ हेस्टिंग्स ग्राउंड (Hastings Ground) की तरफ भाग खड़ी हुई। स्थिति को हाथ से बाहर निकलते देख मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया।
माइकिंग कर लोगों से घरों में रहने का अनुरोध किया गया
एनएस रोड स्थित संध्या बाजार इलाके के दोनों छोर से आरएएफ के जवानों ने प्रवेश करते हुए माइकिंग के जरिए भीड़ को अपने- अपने घरों में जाने का निर्देश दिया।
इधर पुलिस की एक टुकड़ी ने इलाके को बाहर से घेरते हुए किसी भी अन्य व्यक्ति को इलाके में प्रवेश करने से रोकना शुरू कर दिया। करीब घंटे भर तक पुलिस और लोगों के बीच रह रह कर विद्रोह की घटना देखने को मिली।
पुलिस को करनी पड़ी हवाई फायरिंग
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को दो बार हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी। दोपहर होते ही रिसड़ा के इलाकों में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा नजर आया। लोग अपने घरों की खिड़की से स्थिति का जायजा लेते दिखे। सोमवार की सुबह जहां गिनी-चुनी दुकानें खुली थीं वहीं, दोपहर होते ही सभी दुकानों के शटर गिरा दिए गए।
सप्ताह के पहले दिन जीटी रोड पर पसरा सन्नाटा
सप्ताह का पहला दिन होने के बाद भी जीटी रोड पर सन्नाटा पसरा नजर आया। महेश से लेकर कोन्नगर (Konnagar) नगरपालिका तक रास्ते में न तो एक वाहन दिखा और ना ही एक भी व्यक्ति। स्थिति को देख ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे रिसड़ा में दोबारा लॉकडाउन लगाया गया है।