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सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में पटाखा निर्माताओं के एक वर्ग ने कहा कि लगभग 100 सदस्यों वाली इकाई जल्द ‘सेफ्टी गाइडलाइन्स’ को मानते हुए ग्रीन पटाखों का उत्पादन चालू करेगी। नेशनल एनवायरमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (नीरी) द्वारा तय मापदण्डों के अनुसार ही दक्षिण 24 परगना में स्पेशल क्लस्टर बनाये जायेंगे। प्रवेश आतसबाजी व्यवसायी समिति (PBS) के सेक्रेटरी सुखदेव नस्कर ने कहा कि एसोसिएशन की पर्यावरण, दमकल विभाग व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के साथ बात हुई है। नीरी के गाडइलाइन के तहत 90 डेसिबल से कम ध्वनि और कम नुकसान वाले केमिकल को मिलाकर ये ग्रीन पटाखे बनाये जायेंगे। नीरी से 20 फायरवर्कस् मेकर्स को अनुमोदन भी मिल चुका है। इसके अलावा पर्यावरण मंत्रालय से ग्रीन पटाखों के उत्पादन के लिये लाइसेंस भी ले लिया गया, कम से कम 80 को इस बाबत टेक्नोलॉजी में ट्रेनिंग दी गयी है। नस्कर ने कहा, ‘इन 80 लोगों को जल्द लाइसेंस दिया जायेगा ताकि ये ग्रीन पटाखों का उत्पादन चालू कर सके।’ उन्होंने कहा कि क्लस्टर पास के तालाब या जलस्रोत होंगे और स्पष्ट रूप से सीमांकित आपातकालीन निकास वाले कारखानों में रखे जाएंगे।