सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : पासपोर्ट डिलिवर करने के नाम पर चितपुर थाना इलाके के एक निवासी से 90 हजार रुपये गबन कर लिए गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार गत 22 मार्च को शाहनवाज खान ने चितपुर इलाके में स्थित एक स्थानीय साइबर कैफे से पासपोर्ट बनाने का आवेदन किया था। 27 मार्च को आनंदपुर स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र में शाहनवाज के सभी जरूरी दस्तावेज की जांच के दो दिन बाद उन्हें एक ई मेल प्राप्त हुआ जहां यह सूचित किया गया था कि उनका पोसपोर्ट उनके द्वारा जमा दिए गए एप्लिकेशन फॉर्म में बताए गए पते पर डिस्पैच कर दिया गया है। अगले दिन शाहनवाज को एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर खुद को मुख्य डाकघर का कर्मचारी बताते हुए कहा कि उनके द्वारा दिए गए पते कर कर्मचारी पासपोर्ट डिलिवर करने में असमर्थ है। शाहनवाज ने जब उस व्यक्ति से कारण पूछा तो उसने बताया कि डिलिवरी चार्ज के तौर पर पांच रुपये का अतिरिक्त शुल्क अदा करना होगा। व्यक्ति ने बताया कि उसे मैसेज में एक लिंक प्राप्त होगा। लिंक पर क्लिक कर वह डिलिवरी चार्ज का भुगतान कर सकता है। इसके बाद शाहनवाज के मोबाइल में एक लिंक आया जिसके जरिए उसने रुपये का भुगतान किया। गौरतलब है कि उसी दिन शाम को शाहनवाज के घर उसका पासपोर्ट आ गया। शाहनवाज को इस बात का जरा भी आभास नहीं हुआ कि बिना शुल्क अदा किए भी पासपोर्ट घर पहुंच जाता। अगले दिन 31 मार्च को शाहनवाज के मोबाइल फोन पर उसके बैंक अकाउंट से दो किस्तों में कुल 90 हजार रुपये निकाले जाने के दो एसएमएस प्राप्त हुए। शाहनवाज समझ गया कि किसी ने उसके साथ जालसाजी की है। शाहनवाज ने फौरन घटना की जानकारी चितपुर थाना को दी, जहां उसे नार्थ सबर्बन डिविजन के साइबर सेल को सूचित करने के लिए कहा गया। घटना की शिकायत मिलते ही साइबर सेल विभाग के एसआई प्रयंक मंडल मामले की जांच में जुट गए। मामले की छानबीन करते हुए उन्होंने सबसे पहले उक्त बैंक अकाउंट का पता लगाया जिसमें गबन किए गए रुपयों को ट्रांसफर किया गया था। इसके बाद उन्होंने उक्त बैंक के अधिकारियों से संपर्क कर बैंक खाते को फ्रीज कराया। इसके बाद गबन किए गए रुपयों को उसके सही मालिक के बैंक खाते में दोबारा ट्रांसफर कराया। शाहनवाज ने रुपयों के दाेबारा मिलने पर साइबर सेल के सभी अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।
5 रु. में Passport डिलिवर करने का झांसा देकर उड़ाए लाखों रुपये
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